गरौठा (झांसी)-पराली प्रबंधन जागरूकता मिशन के तहत उपजिलाधिकारी अवनीश कुमार तिवारी ने पराली ना जलाऐ जाने के संबंध में तहसील क्षेत्रांतर्गत एरिया का निरीक्षण किया।
उपजिलाधिकारी ने किसाने के खेतों में जाकर उन्होंने किसानों से कहा कि फसलों की कटाई के बाद कुछ किसान पराली जलते हैं इससे काफी ज्यादा प्रदूषण फैलता है जिसके चलते पराली से उत्पन्न होने वाले धुएं से बेहद खतरनाक बीमारियां होती हैं और वायु प्रदूषण फैलता है।
जो किसान पराली जलाने में दोषी पाए जाएंगे उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा और इसके साथ ही उन किसानों के राशन कार्ड भी निरस्त किए जाएंगे जिससे वह सरकारी राशन का लाभ नहीं उठा पाएंगे और ऐसे किसानों को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से भी वंचित कर दिया जाएगा।
उन्होंने सभी किसानों से अनुरोध किया कि कोई भी किसान पराली ना जलाएं बल्कि उससे खाद बनाएं जिससे खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ती है।
इसके साथ ही उपजिलाधिकारी ने कहा यदि कोई किसान पराली जलाते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।