मऊरानीपुर (झाँसी)- नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्राईमरी एवं जूनियर स्तर तक के सरकारी स्कूलों की दशा शिक्षा विभाग एवं उच्चाधिकारियों के देखने लायक बनी हुयी है। जिसमें अध्यापक एवं अध्यापिकायें किस तरह अपनी नौकरी काट रहे है। ये तो स्कूलों में अफसरों द्वारा पहुँचकर औचक निरीक्षण किया जाना चाहिये। जिससे सरकारी अध्यापकों एवं अध्यापिकाओं की हकीकत सामने आ सके। कि सरकारी स्कूलों में पढाई के नाम पर मोटी रकम अध्यापक एवं अध्यापिकाओं द्वारा सरकार से सरकारी स्कूल के रुप पर ली जा रही है। उसके बदले में बच्चों को बिल्कुल भी शिक्षा नही दी जा रही है। प्राईमरी हो या जूनियर ये दोनों स्तरों के सरकारी स्कूलों में अध्यापकों एवं अध्यापिकाओं की मनमर्जी खुलेआम देखी जा रही है। जिसमें हेडमास्टर साहब तो कई स्कूलों में स्कूल ही नही जा रहे है। और सहायक अध्यापकों से अपनी उपस्थिति के हस्ताक्षर करवा रहे है। वही जो हेड मास्टर स्कूलों में जो जा रहे है। वह पढाने के लिये नही जा रहे वह तो अपनी मौजमस्ती काटने के लिये जाते है। जिसमें फेसबुक एवं व्हाटस्वॉप चलाते हुये देखे जा रहे है। और शिक्षा के नाम पर मोटी वेतन को प्राप्त कर रहे है। और बच्चों के भविष्य

के साथ खुलेआम खिलवाड कर रहे है। जिससे बच्चों का भविष्य अन्धकार में बना हुआ है और सरकारी स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भी मौजमस्ती हेडमास्टर की मिली भगत से देखी जा रही है जिसमें सहायक अध्यापक भी हेडमास्टर से मिलकर अपनी मौजमस्ती के साथ नौकरी करते हुये विधालयों में अपनी कम उपस्थिति देते देखे जा रहे है। इसी के साथ जो मिड डे मील चल रहे वह भी शो पीस के लिये चल रहे है। जितने बच्चे के नाम चढे है पूरे बच्चों को मिड डे मील भी नही मिल रहा है जबकि सरकार द्वारा प्रतिदिन की भोजन की सूची भी दी गयी है कि कब क्या बच्चों को भोजन कराना है। इसके बाबजूद भी बच्चों को मिड डे मील का लाभ नहीं मिल रहा है। और जहाँ मिल रहा है तो वहाँ बर्तन बच्चे धोते हुये देखे जा रहे है। इसी प्रकार का एक मामला तब सामने आया। जब तहसील मऊरानीपुर के अन्तर्गत आने वाले

नगर पंचायत कटेरा से है। जहाँ कटेरा देहात के खिरक बगवरी में स्थित प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विधालय जो समय के पूर्व ही दोनों विधालय 1 बजे दोपहर में बन्द हो जाते है। जिससे बच्चों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड देखने को मिल रहा है। इस प्रकार की मुख्य समस्या को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी झाँसी के साथ शिक्षा विभाग के अफसरों का ध्यान आकृष्ट कराया गया है।

इनका कहना है

इस सम्बन्ध में खण्ड शिक्षा अधिकारी बंगरा दीपक श्रीवास्तव से बात की गयी तो उनका कहना है कि कटेरा देहात के प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विधालय का समय के पूर्व बन्द होने का मामला प्रकाश में आया है। जिसकी जाँच करायी जायेगी। अगर इस तरह की सच्चाई सामने आती है तो विधालयों में तैनात शिक्षकों पर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

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