{“_id”:”679fd7c26cf82abe1700491b”,”slug”:”after-22-years-state-lalit-kala-academy-will-give-the-highest-honour-know-who-will-get-the-award-lucknow-news-c-13-knp1002-1060421-2025-02-03″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Lucknow News: 22 साल बाद राज्य ललित कला अकादमी देगी सर्वोच्च सम्मान, जानिए किसे मिलेगा पुरस्कार”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
प्रो. श्याम शर्मा
लखनऊ। राज्य ललित कला अकादमी 22 साल के बाद अधिसदस्यता सम्मान देने जा रही है। यह अकादमी का सर्वोच्च सम्मान है। आठ फरवरी को अकादमी के स्थापना दिवस पर यह सम्मान देश के प्रसिद्ध छापा चित्रकार (ग्राफिक्स) पद्मश्री प्रो. श्याम शर्मा को दिया जाएगा। प्रो. शर्मा पटना आर्ट्स कॉलेज के पूर्व प्राचार्य भी रह चुके हैं।
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अकादमी की निदेशक डॉ. श्रद्धा शुक्ला ने बताया कि स्थापना दिवस समारोह में प्रदेश के संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह प्रो. श्याम शर्मा को 51 हजार रुपये की सम्मान राशि, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न देंगे। इस मौके पर प्रो. शर्मा की कला यात्रा पर केंद्रित पुस्तक का लोकार्पण भी होगा। इससे पहले 2003 में यह सम्मान राजधानी के कला एवं शिल्प महाविद्यालय के प्राचार्य रह चुके प्रो. जय कृष्ण अग्रवाल को दिया गया था। ललित कला अकादमी की स्थापना आठ फरवरी 1962 में हुई थी।
बीए में हो गया था फेल, लखनऊ विवि ने ही मुझे तराशा : प्रो. श्याम शर्मा
आठ फरवरी 1941 को मथुरा जिले के गोवर्धन में जन्मे और अब पटना में रह रहे प्रो. श्याम शर्मा ने फोन पर अमर उजाला से खास बातचीत में बताया कि यह उनके लिए बेहद सम्मान की बात है कि जिस लखनऊ ने उन्हें तराशा, वहीं पर सम्मान प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने बताया, ””मेरे पिताजी का बरेली में प्रिंटिंग प्रेस था तो शुरुआती पढ़ाई के बाद मैं भी वहीं चला गया था। इसके बाद आगरा विवि में प्रवेश लिया।”” एक घटना का जिक्र करते हुए बोले, ””मैं दरअसल बीए में फेल हो गया था। इसके बाद 1961 में लखनऊ विश्वविद्यालय में बीए में प्रवेश लिया। यहां के आर्ट्स कॉलेज ने मुझे तराशा और आज जो भी हूं, उसमें लखनऊ विवि का बड़ा योगदान है।””
प्रो. शर्मा ने कहा कि जिस वक्त वह लखनऊ में थे, उस समय 1962 में उनके सामने ही राज्य कला अकादमी की स्थापना हुई थी। डॉ. राधाकमल मुखर्जी पहले अध्यक्ष थे। यह उनका सौभाग्य है कि जिस राज्य ललित कला अकादमी की उन्होंने लखनऊ में स्थापना होते देखी, वहीं का सर्वोच्च सम्मान उन्हें दिया जा रहा है।
1966 में लखनऊ से आ गया था पटना
प्रो. शर्मा ने बताया कि 1966 में लखनऊ से पटना आ गया था। यहां पटना आर्ट्स कॉलेज में अध्यापन शुरू किया। फिर प्राचार्य नियुक्त हुआ। उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 में सेवानिवृत्त होने के बाद अमेरिका चला गया। वहां पर कला में कई प्रयोग किए, छात्रों को पढ़ाया। कई अन्य देशों में भी काम किया। 2020 में पद्मश्री मिला और 2022 में ललित कला अकादमी पुरस्कार भी मिला।
अजब संयोग : आठ फरवरी को ही है जन्मदिन
यह संयोग ही है कि आठ फरवरी को राज्य ललित कला अकादमी अपना स्थापना दिवस मना रही है तो इसी दिन पद्मश्री प्रो. श्याम शर्मा का जन्मदिन भी होता है। उन्हें उनके जन्मदिन पर ही यह सम्मान पाने का संयोग प्राप्त होगा।