झरर में बेतवा नदी के घाट पर हुआ पूजा-अर्चना, जनप्रतिनिधियों ने किया स्वागत-
बबीना (झांसी):- जल संरक्षण और जागरूकता का संदेश लेकर जल सहेलियों की यात्रा अपने चौथे दिन बबीना विकासखंड के बड़ौरा गांव से आगे बढ़ी। यह यात्रा तालबेहट विकासखंड के झरर घाट से होते हुए ऐतिहासिक चंदेली तालाब और कड़ेसरा कला तक पहुंची। तालाब किनारे आयोजित संगोष्ठी में प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
भव्य स्वागत और प्रशासनिक सराहना
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (एडीएम) राजेश कुमार श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी (एसडीएम) भूपेंद्र सिंह, ललितपुर विधायक रामरतन कुशवाहा, सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। उन्होंने जल सहेलियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि “जल जीवन मिशन के तहत जल सहेलियाँ ‘हर घर नल योजना’ को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।”
बुंदेलखंड का ऐतिहासिक तालाब होगा संरक्षित
जल सहेली फाउंडेशन के संस्थापक संजय सिंह ने जल सहेलियों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए घोषणा की कि तालबेहट के चंदेली तालाब का सौंदर्यीकरण जिला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि “यह बुंदेलखंड का पहला तालाब है, जिसके नाम पर तालबेहट शहर का नाम पड़ा।”
तालबेहट में हुआ भव्य स्वागत, जल संरक्षण के लिए प्रेरणा बनीं जल सहेलियाँ
यात्रा जब तालबेहट नगर पहुंची, तो स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने भव्य स्वागत किया। हर पड़ाव पर जल सहेलियाँ लोगों को ‘हर घर नल योजना’ के तहत टोंटी लगाने और जल संरक्षण के लिए प्रेरित करती रहीं। वे जन संवाद और जागरूकता अभियान के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दे रही हैं।
यात्रा में विभिन्न संगठनों की सहभागिता
इस यात्रा में इंदौर से आए समर्थन संस्था के प्रमुख डॉ. योगेश कुमार, परमार्थ संस्था के कार्यकर्ता और सैकड़ों जल सहेलियों ने भाग लिया।
जल सहेलियों की यह यात्रा न केवल जल संरक्षण को बढ़ावा देने का एक ऐतिहासिक प्रयास है, बल्कि ग्रामीण समुदायों में जागरूकता फैलाने का भी प्रभावी माध्यम बन रही है।