

सकरार (झांसी)-महान चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान जी के जन्म उत्सव के उपरांत में आज सकरार में संस्कृत कार्यक्रम के साथ का आयोजन किया गया है जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री कालीचरण कुशवाहा पूर्व जिला सहकारी बैंक चेयरमैन एवं विशिष्ट अतिथि वंदना कुशवाहा प्रदेश संयोजक अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा एवं विजय कुशवाहा प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा पुष्पेंद्र कुशवाहा जिला अध्यक्ष अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा मनोज कुशवाहा भागवत नारायण कुशवाहा डालचंद कुशवाहा जिला अध्यक्ष बालचंद कुशवाहा जन अधिकार मंच पार्टी मनोज कुशवाहा एडवोकेट सुरेश कुशवाहा इंजीनियर कुशवाहा डॉ महेंद्र कुशवाहा पंकज कुशवाहा भूपत कुशवाहा आयोजन करता टीम महेश सर हरिराम कुशवाहा रविंद्र कुशवाहा गुड्डू ब्रजकिशोर कुशवाहा राजेश कुशवाहा चिरंजी लाल कुशवाहा अखिलेश कुशवाहा हरगोविंद कुशवाहा सियाराम कुशवाहा जयराम कुशवाहा बज्जू गुलाब सिंह कुशवाहा हरिराम कुशवाहा रवि कुशवाहा प्रवीण कुशवाहा मुकेश कुशवाहा मुख्य वक्ता में अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार कुशवाहा ने अपने उद्योग धन में कहा की अशोक द ग्रेट समर्थ आपका अतीत है हम लोगों को वर्तमान में सम्राट बनने की प्रेरणा देता है चक्रवर्ती सम्राट अशोक का जन्म 304 ईशा में हुआ था वर्तमान बिहार में पाटलिपुत्र में हुआ था मौर्य वंश का यह राजा ही एक ऐसा राजा था जिसने अखंड भारत पर निर्णय किया था उनका राज्य बंगाल देश से लेकर पश्चिम में अफगानिस्तान और ईरान तक राज्य का विस्तार था जैसे कि श्रीलंका यूनान मिश्रित पश्चिम एशिया आदि व अपने जीवन में एक भी युद्ध नहीं हर सम्राट अशोक अर्थशास्त्र और गणित के महान ज्ञाता से शिक्षा के उपचार के लिए केंद्र स्कूल कॉलेज की स्थापना की जिसमें छात्रसाला नालंदा जैसे विश्वविद्यालय बनाए थे और समाज को एकता का भावना बताते हुए उन्होंने अपनी वाणी को विराम दिया।