बबीना (झांसी)-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्त्वाकांक्षी योजना “हर घर नल, हर घर जल” का सपना बबीना में चकनाचूर होता नजर आ रहा है। तेज धूप और भीषण गर्मी के बीच बिजली और पानी की समस्या ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। हालात ऐसे हैं कि लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए घंटों लाइन में खड़े हैं, तो कहीं बच्चों और महिलाओं को किलोमीटरों दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है।
सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च कर चलाई जा रही ‘हर घर नल’ योजना को जमीनी स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी एनसीसी कंपनी को दी गई थी, लेकिन यह कंपनी पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। कई इलाकों में पाइपलाइन बिछा दी गई, लेकिन आज तक पानी की एक बूंद भी नलों से नहीं निकली।
शास्त्री नगर की हालत सबसे खराब
शास्त्री नगर में जल संस्थान की मोटर पिछले कई दिनों से खराब पड़ी है, जिससे पूरे इलाके की जल आपूर्ति बंद है। अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बिजली कटौती बनी लोगों की मुसीबत
एक ओर पानी की आपूर्ति नहीं हो रही, दूसरी ओर बिजली विभाग ने अनियमित और अवैध कटौती से आम जनता की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। कई गांवों और मोहल्लों में घंटों तक बिजली गुल रहती है। जब बिजली नहीं होगी तो मोटर भी नहीं चलेंगी, और जब मोटर नहीं चलेंगी तो पानी कैसे मिलेगा?
जनप्रतिनिधि और नेता नदारद
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इस गंभीर संकट में जनता खुद को पूरी तरह से अकेला महसूस कर रही है। न तो कोई क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सामने आ रहा है, और न ही सत्ता और विपक्ष के नेता इस मुद्दे पर आवाज उठा रहे हैं। जनता का कहना है कि चूंकि चुनाव दूर हैं, इसलिए नेताओं को उनकी कोई फिक्र नहीं हे।
क्या अगला चुनाव देगा जवाब?
गांव-गांव में फैली इस अव्यवस्था ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब ग्रामीण और शहरी जनता दोनों ही एकजुट होकर जवाब मांगने को तैयार है। अगला पंचायत चुनाव इस उपेक्षा का बड़ा फैसला हो सकता है।
जनता की मांग – तुरंत राहत पहुंचाई जाए
बबीना की जनता ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि जल संस्थान की खराब मोटरों को तत्काल ठीक किया जाए, एनसीसी कंपनी के खिलाफ जांच हो, और बिजली की अनियमित कटौती पर लगाम लगाई जाए, ताकि आम जन को राहत मिल सके।