संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। रेलवे माल ढुलाई के क्षेत्र का विस्तार कर रेलवे को फायदा पहुंचाने का काम कर रहा है। पिछले साल जहां रेलवे ने माह अप्रैल और मई में 1.64 अरब की कमाई की थी। वहीं, यह कमाई इस साल अप्रैल और मई में 1.73 अरब है। यानी की पिछले साल के मुकाबले रेलवे को नौ करोड़ का फायदा हुआ है। यह फायदा कहीं न कहीं रेलवे की तीसरी लाइन का कार्य पूरा हो जाने के कारण भी पहुंच रहा है।
झांसी मंडल में माल ढुलाई समय पर पहुंचाने और रेलवे के राजस्व की हानि रोकने के लिए तीसरी रेल लाइन बीना से धौलपुर तक बिछाई जा चुकी है। यही कारण है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल रेलवे को फायदा पहुंचा है। पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पिछले साल 2024-25 में अप्रैल और मई में पटरी पर 28230 वैगन माल ढुलाई के लिए दौड़ाए गए थे। इन वैगन से उस वक्त 1.63 अरब का राजस्व रेलवे को प्राप्त हुआ था।
वहीं, तीसरी लाइन के बिछ जाने के बाद इस साल अप्रैल और मई महीने में 28414 वैगन माल लेकर रवाना हुए और उससे रेलवे को 1.73 अरब की कमाई रेलवे को हुई है। रेलवे अपनी माल ढुलाई के क्षेत्र में और विस्तार करने के लिए कंपनियों के अलावा व्यापारियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने का काम कर रहे हैं।
कैमरे से होगी माल गोदाम की निगरानी, नुकसान होगा कम
माल गोदाम में अभी सिर्फ रेल कर्मियों की निगरानी रहती है। इससे रेल मार्ग के जरिए माल गोदाम में लोडिंग और अनलोडिंग के समय माल को नुकसान पहुंचता है। माल चोरी होने की भी शिकायतें सामने आती हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए डीआरएम ने मंडल के 26 गोदामों को सीसीटीवी से लैस करने के लिए सर्वे कराने के लिए आदेश जारी कर दिया है। इनमें रानी लक्ष्मीबाई झांसी, बांदा, भीमसेन, बिजौली, चिरगांव, डबरा, दतिया, गढ़मऊ, गोहाद रोड, हरपालपुर, कबरई, ललितपुर, खजुराहो, छतरपुर, महोबा, मालनपुर, मतौंदी, निवाड़ी, उरई, पमन, रायरू, शनिचरा, सांक, सिंहपुर डुमरा, टीकमगढ़ और सिकरोडा माल गोदाम शामिल हैं। माल गोदाम से जुड़े स्टेशन पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जिसकी निगरानी आरपीएफ करेगी।