Tripping and unannounced power cuts gave everyone sleepless nights.

ट्रांसफार्मर

संवाद न्यूज एजेंसी अमेठी सिटी। जिले में बिजली की आवाजाही और अघोषित कटौती ने लोगों को बेहाल कर रखा है। जबकि विभाग जिला मुख्यालय में 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा कर रहा है। गर्मी और उमस में बिजली न होने से शहर से लेकर गांव तक लोग परेशान हैं। बिजली न आने से पीने के पानी का भी संकट बना हुआ है।

ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती की समस्या ज्यादा बड़ी है। 18 घंटे की आपूर्ति नहीं हो रही है। स्थिति यह है कि जिले के भादर, तिलोई, जायस, अमेठी, जगदीशपुर आदि क्षेत्रों में लोग बिजली कटौती से लोगों में जबरदस्त नाराजगी भी है। यहां के लोगों के मुताबिक, बिजली न आने से पानी के लिए हैंडपंप का सहारा लिया जा रहा है।

ऊर्जा निगम के जिले में कुल उपभोक्ताओं की संख्या करीब 3.2 लाख है। गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इसका असर है कि लखनऊ स्थित ऊर्जा निगम मुख्यालय से ही बिजली कटौती का आदेश है, जिसके अनुपालन में अलग-अलग क्षेत्रों में कटौती की जा रही है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों का कहना है कि बिजली का कोई तय रोस्टर नहीं है। मांग के अनुसार, आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता ललित कृष्ण ने बताया कि कटौती के लिए कोड जारी होने पर उसका अनुपालन किया जाता है।

बिजली की आंख मिचौली से ग्रामीण परेशान

जिले में बिजली की आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों में 15 घंटे भी मुश्किल हो गई है। निगम के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे, तहसील में 21 व शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जानी है। सिंहपुर क्षेत्र के अहोरवा भवानी निवासी आशीष तिवारी ने बताया कि ट्रिपिंग के बीच 14 से 15 घंटे तक लाइट मिल रही है। आदमपुर निवासी बलराम ने बताया कि विद्युत आपूर्ति आजकल गायब ही रहती है। इन्हौंना निवासी चंदन ने बताया कि दिन व रात जब मर्जी तब कटौती की जा रही है। जेई सरोज राजभर ने बताया कि जितनी बिजली मिल रही है, उतनी आपूर्ति की जा रही है।

भादर क्षेत्र में रात में पांच घंटे व दिन में दो से तीन घंटे कटौती हो रही है। पीपरपुर निवासी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बिजली कटौती से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। विद्युत उपकेंद्र जायस में शनिवार को दिन में करीब आठ घंटे कटौती की गई। तिलोई फीडर के उपभोक्ता अजय सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी में दिन भर बिजली की आंख मिचौली जारी रहती है।

प्रति माह 7.5 करोड़ यूनिट की खपत

अधीक्षण अभियंता ललित कृष्ण ने बताया कि फरवरी माह में बिजली की खपत करीब पांच करोड़ यूनिट तो मार्च माह के बाद अप्रैल से यह खपत बढ़कर 6.2 करोड़ यूनिट हो गई है। मई माह में यह खपत बढ़कर 7.5 करोड़ यूनिट प्रति माह हो गई है।

10 घंटे बिजली न रहने से गर्मी में बिलबिलाए लोग

फुरसतगंज (अमेठी)। शनिवार सुबह छह बजे से फुरसतगंज उपकेंद्र से आपूर्ति बाधित रही। जिसके चलते फीडर डीघिया, फुरसतगंज, ओदारी, टेकरी दांदू के हजारों उपभोक्ता दिन भर गर्मी से बेहाल रहे। स्थानीय कारखाने भी बिजली नहीं मिलने से बंद रहे।

उपभोक्ता संजय, रीता कुमारी आदि ने बताया कि दोपहर में लगभग ग्यारह बजे दो घंटे के लिए बिजली आई थी, उसके बाद शाम पांच बजे तक बिजली का नामो निशान नहीं है। जेई महेश पांडेय ने बताया कि 33 केवीए के पांच खंभों से तार उतर जाने के कारण अवरोध पैदा हुआ है l मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *