रेबीज वायरस दिमाग में पहुंचने से हाइड्रोफोबिया हो जाता है। इसके बाद जीवन बचाना संभव नहीं होता। वहीं, जिला अस्पताल में हर माह कुत्ता काटने के औसतन 250 लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आते हैं।
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खबर वही जो सत्य हो
रेबीज वायरस दिमाग में पहुंचने से हाइड्रोफोबिया हो जाता है। इसके बाद जीवन बचाना संभव नहीं होता। वहीं, जिला अस्पताल में हर माह कुत्ता काटने के औसतन 250 लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आते हैं।
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