
लोकसभा चुनाव की मतगणना
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बुंदेलखंड में चुनाव के चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। किसी ने भी नहीं सोचा था कि बांदा-चित्रकूट, हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी और जालौन-गरौंठा-भोगनीपुर संसदीय सीट पर कमल इस तरह मुरझाएगा। गठबंधन ने भाजपा के 10 वर्ष पुराने किले को ढहाकर एक्सप्रेसवे पर साइकिल को जो रफ्तार दी, वह वाकई मतदाताओं की नाराजगी को दर्शाती है।
बांदा-चित्रकूट सीट पर जहां भाजपा हैट्रिक पर थी तो वहीं बाकी की दोनों सीटों पर उसके प्रत्याशियों की हैट्रिक रोककर गठबंधन ने एक बार फिर से बुंदेलखंड को अपना गढ़ बना लिया है। सबसे पहले बात करे बांदा-चित्रकूट सीट से तो यहां भाजपा से 2014 में भैरो प्रसाद चुनाव जीते थे। इसके बाद 2019 में बसपा से आए आरके सिंह पटेल को टिकट दिया तो उन्होंने भी सपा के श्यामाचरण को हराकर सीट पर कमल खिलाया था। इस बार यहां पार्टी हैट्रिक पर थी, लेकिन गठबंधन से सपा की उम्मीदवार व पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने उन्हें 71055 वोट से हरा दिया।