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– फोटो : अमर उजाला
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बृहस्पतिवार को राप्तीसागर एक्सप्रेस के एसी कोच की स्प्रिंग टूटने से ट्रेन की रफ्तार धीमी पड़ गई। भोपाल में ट्रेन की जांच की गई तो पता चला कि एसी कोच की एक स्प्रिंग टूटी है। इसके बाद ट्रेन को धीमी गति से ललितपुर तक लाया गया। यहां दोबारा जांच में पता चला कि कोच की दूसरी स्प्रिंग भी टूट गई है। इसके बाद ट्रेन को 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से झांसी लाया गया। इसके बाद ट्रेन का खराब कोच हटाकर दूसरा कोच जोड़ा गया।
इसके चलते ट्रेन झांसी और ललितपुर में डेढ़ घंटा खड़ी रही।
बृहस्पतिवार को कोचूवेली से चलकर गोरखपुर जाने वाली राप्तीसागर एक्सप्रेस के सेकेंड एसी कोच ए-1 की स्प्रिंग भोपाल में टूट गई। भोपाल में रेलवे की टीम ने ट्रेन की जांच की तो पता चला कि कोच की एक स्प्रिंग टूटी है और उसे 95 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर चलाया जा सकता है। इसके बाद भोपाल मंडल ने झांसी मंडल को सूचना देकर ट्रेन को रवाना कर दिया। ट्रेन ललितपुर पहुंचती इससे पहले कोच की दूसरी स्प्रिंग भी टूट गई। जिसके बाद ट्रेन अपने निर्धारित समय रात 2:24 के स्थान पर 2.07 घंटे की देरी से सुबह 4:31 बजे ललितपुर पहुंची। यहां कैरिज एंड वैगन विभाग ने कोच की जांच की तो पता चला कि कोच के दोनों ओर की स्प्रिंग टूट चुकी हैं और कोच बोगी पर धंस गया है।
हालांकि, उसे 50 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार पर चलाया जा सकता है। इसके बाद रेलवे अधिकारियों के निर्देश पर ट्रेन को ललितपुर से 38 मिनट बाद 5.13 बजे रवाना कर दिया गया। 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही ट्रेन 4.34 घंटे की देरी से अपने निर्धारित समय 3:35 बजे के स्थान पर सुबह 8:09 बजे झांसी पहुंची।
झांसी में काटा गया खराब कोच, दूसरा जोड़ा
सुबह 8:09 बजे वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी पहुंची राप्तीसागर एक्सप्रेस के खराब हो चुके कोच नंबर 171594 ए-2 कोच को यहां काटकर ट्रेन से अलग किया गया। इसके बाद उसके स्थान पर दूसरा एसी कोच नंबर 211302 जोड़ा गया। इसके बाद ट्रेन में सवार यात्रियों को उनके टिकट अनुसार दूसरे कोच में शिफ्ट किया गया। इस दौरान ट्रेन 54 मिनट झांसी में ही खड़ी रही और 9:13 बजे रवाना की गई।
फिर होगी राप्तीसागर एक्सप्रेस की जांच
राप्तीसागर एक्सप्रेस के संचालन से पहले कोच नंबर 171594 ए-2 की जांच गोरखपुर मंडल में हुई थी। इसके बाद ट्रेन को डेढ़ साल तक फिट रहना था, लेकिन कोच की स्प्रिंग टूटने का सिलसिला तीन माह में ही शुरू हो गया। चूंकि, ट्रेन का संचालन गोरखपुर मंडल करता है तो ऐसे में कोच में आई खामी की जांच गोरखपुर मंडल ही करेगा।
राप्तीसागर एक्सप्रेस के एसी कोच की स्प्रिंग टूट जाने के चलते उसे सुरक्षित गति पर ललितपुर से झांसी लाया गया। इसके बाद ट्रेन में अनफिट हो चुके कोच को हटाकर दूसरा कोच जोड़ा गया है। मामले की जांच गोरखपुर मंडल करेगा।
-मनोज कुमार सिंह, मंडल रेल जनसंपर्क अधिकारी, झांसी।