महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने एक दर्दनिवारक और जीवाणुनाशक मिश्रण तैयार किया है, जिसको घाव की सफाई में इस्तेमाल करने पर 90 फीसदी तक दर्द कम हो जाता है। मिश्रण में एंटीसेप्टिक की मौजूदगी जीवाणु को भी पनपने नहीं देती है।

इस साल जनवरी में चिकित्सकों ने ये मिश्रण बनाना शुरू किया था। कई चरणों की जांच के बाद छह महीने में ये मिश्रण तैयार भी हो गया। चिकित्सकों ने बताया कि इसमें दो तरीके के दर्द निवारक का इस्तेमाल किया गया है। इस मिश्रण (द्रव्य पदार्थ) को घाव पर लगाते ही दर्द में बहुत अधिक आराम मिल जाता है। चूंकि, इसमें एंटीसेप्टिक भी मिला हुआ है, ऐसे में अलग से कोई जीवाणुरोधी दवा या क्रीम लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।

पेटेंट की प्रक्रिया शुरू

मिश्रण तैयार होने के बाद मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में आने वाले मरीजों पर इसका इस्तेमाल किया गया, जिसमें सफलता मिली। फिर डॉक्टरों ने मिश्रण की स्थिरता जांचना शुरू किया। मिश्रण की दर्दनिवारक और जीवाणुनाशक क्षमता तीन महीने तक बरकरार रही। अब इस नवाचार का मेडिकल कॉलेज के नाम पर संस्थागत पेटेंट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मिश्रण को तैयार करने वाली टीम में प्रमुख आविष्कारकर्ता डॉ. अंशुल जैन के अलावा डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. नमिता श्रीवास्तव आदि शामिल हैं।

अस्पताल से लेकर घरेलू उपचार तक है उपयोगी

चिकित्सकों का कहना है कि यह मिश्रण न केवल अस्पतालों, इमरजेंसी कक्षों और सर्जरी के बाद काम आएगा, बल्कि इसे घरेलू प्राथमिक उपचार किट में भी जोड़ा जा सकता है।

यह बोले डॉक्टर

चोट लगने पर घाव की समय पर सफाई न की जाए तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अमूमन घाव की सफाई के लिए साफ पानी या स्पिरिट और संक्रमण से बचाव के लिए पोविडोन आयोडीन सॉल्यूशन का प्रयोग होता है। मगर दर्द से कई बार सही से सफाई नहीं हो पाती। इससे चोट का परीक्षण भी प्रभावित होता है। हमारी टीम ने मिश्रण तैयार किया है, उसे लगाने पर तुरंत दर्द में आराम मिलता है। – डॉ. अंशुल जैन, आचार्य, मेडिकल कॉलेज।

सर्जरी या डेब्राइडमेंट (मृत ऊतक हटाने की प्रक्रिया) के बाद घाव की दोबारा ड्रेसिंग करना खुद में एक पीड़ादायक अनुभव होता है। इस मिश्रण के उपयोग से मरीजों को दोबारा पट्टी करने में भी दर्द से बड़ी राहत मिली है। आपातकालीन स्थिति में भी इसके प्रयोग से अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक संक्रमण से भी बचाता है। – डॉ. सुधीर कुमार, विभागाध्यक्ष, प्लास्टिक सर्जरी, मेडिकल कॉलेज।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें