नदी जैसी दिखी हाईकोर्ट के सामने की सड़क।
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बुधवार की दोपहर 12:30 से दो बजे तक डेढ़ घंटे की तेज बारिश से शहर तालाब में तब्दील हो गया। खुद नगर निगम मुख्यालय जलमग्न हो गया। सैकड़ों फाइलें भीगने से खराब हो गईं। अफसरों और फरियादियों को पैंट ऊपर कर पानी से होकर जाना पड़ा। बिजली कंट्रोल पैनल, जेनरेटर रूम और लिफ्ट में पानी भरने से बिजली कटानी पड़ी, ताकि करंट न फैले।
ऐसे में जलभराव को लेकर नगर निगम के सारे दावे फेल हो गए। जलभराव को रोकने की तैयारी पानी में बह गई। वह न खुद जलभराव से बच पाया और न ही शहर को बचा पाया। बारिश के चलते शहर भर में 20 से अधिक पेड़ गिरे। कई जगह सड़कें धंस गईं। सड़कों पर कई फीट पानी भरने से गाड़ियां डूब गईं। नगर निगम के कंट्रोल रूम में जलभराव की 100 से अधिक शिकायतें पहुंचीं। विधानसभा परिसर, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कालीदास मार्ग स्थित सरकारी आवास और बालाकदर रोड स्थित महापौर सुषमा खर्कवाल के सरकारी कैंप कार्यालय में भी पानी भरा। बालागंज के हरी नगर सहित शहर के कई इलाकों के कई हजारं घरों के अंदर पानी भरा। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर की शायद ही ऐसी कोई कालोनी और ऑफिस रहा हो जहां पर पानी न भरा हो कुल मिलाकर इस मौसम की पहली तेज बारिश से शहर में भीषण जलभराव हुआ। शहर के प्रमुख बाजार हजरतगंज, प्रमुख कालोनी गोमती नगर में सडक़ें लबालब रहीं। यहां पर घर दुकान और शोरूम तक पानी भर। बारिश के चलते आफिस, सड़क और कालोनियोंं घर के बाहर खड़ी गााड़ियां भी आधी डूब गईं।
नदी बन गई अम्बेडकर उद्यान के पास की सड़क
गोमती नगर में ताज होटल केपास अम्बेडकर उद्यान के पास वाली सडक़ जलभराव होने से नदी बन गई। करीब तीन फिट पानी सडक़ पर भर गया। इससे गाडिय़ां फंस गईं। लोगाों का आनाजाना मुश्किल हैं। वहीं कुछ लड़कों का झुंड बारिश के पानी में मस्ती करता रहा साथ निकलने वालों पर पानी उडेलकर परेशान भी करता रहा। जिससे कई गाड़ी वाले उनकी इस बेजा हरकत के चलते पानी में गाड़ी सहित गिर भी गए।