रायबरेली। दीपावली पर पटाखों की वजह से प्रभावित होने वाले लोगों के इलाज के लिए जिला अस्पताल की इमरजेंसी में विशेष प्रबंध किए गए हैं। दो दिन तक ओपीडी नहीं होगी। इस कारण इमरजेंसी में भी मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी। बर्न वार्ड में 12 बेड सुरक्षित कराए गए हैं। मरीज आते ही बुलाने पर सर्जन, हड्डी रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ, फिजीशियन व अन्य चिकित्सकों को तुरंत पहुंचने के आदेश दिए गए हैं।
सीएमएस डॉ. प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि दीपावली पर दो दिनों तक ओपीडी नहीं होगी। मरीजों को इमरजेंसी में भी सभी सुविधाएं मिलेंगी। खासकर दीपावली पर पटाखों व अन्य कारणों से झुलसे व घायल लोगों के इलाज के लिए विशेष बंदोबस्त कराए गए हैं। डॉक्टरों की टीम गठित कर दी गई है, जिससे मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
पटाखे के धुएं से बचें, फेफड़ों को हो सकता नुकसान
जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. गौरव त्रिवेदी का कहना है कि पटाखा जलाते समय विशेष सावधानी और सतर्कता जरूरी है। विशेषकर छोटे बच्चों को पटाखे से दूर रखें। पटाखों से निकलने वाले धुएं से बच्चों के साथ ही स्वयं के भी बचने की जरूरत है, क्योंकि यह धुंआ फेफड़ों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। कम आवाज और कम धुएं वाले पटाखों का ही प्रयोग किया जाए।