लखनऊ। शहर में बुधवार को धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई गई। मंदिरों में जहां एक ओर से सुबह से पूजा, हवन और सिंदूर लेपन के साथ सुंदरकांड का पाठ होता रहा तो वहीं दूसरी ओर देर रात तक भजन-कीर्तन के आयोजन में भक्त सराबोर रहे। बजरंगबली को मालपुआ, नारियल की मिठाई और गुड़-धनिया का भोग लगाया गया। भक्तों ने वैदिक संस्कार लिए और यज्ञ किया।
अलीगंज स्थित नए हनुमान मंदिर से राजेश पांडेय ने बताया कि सुबह सुंदरकांड का पाठ हुआ। भजन गाए गए। हनुमान जी को मालपुआ, गुड़-धनिया और नारियल की मिठाई से भोग लगाया गया। भक्तों ने देर रात तक भजनों का आनंद लिया। गणेशगंज के श्री हनुमान गढ़ी मंदिर से धर्म संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र पांडेय ने बताया कि सुबह से पूजन-हवन का दौर जारी रहा। घर-घर जाकर वैदिक संस्कार दिए गए। बताया कि दीपावली पर निशुल्क यज्ञ करने के लिए खास तौर से अयोध्या से छह क्विंटल सामग्री आ चुकी है। पूर्व पार्षद राजीव बाजपेई ने भोग लगवाया।
अलीगंज के पुराने हनुमान मंदिर में भजन-कीर्तन हुए। महंत गोपाल दास ने बताया कि बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। हनुमान सेतु मंदिर से चंद्रकांत द्विवेदी ने बताया कि सुबह से ही भक्तों की कतार मंदिर में लगनी शुरू हो गई थी। चिट्ठी-पत्री के जरिए भक्तों ने मन्नतें भी मांगीं। पूजन-हवन के बाद भंडारा हुआ। अमीनाबाद के पुराना हनुमान मंदिर में महाआरती, महाभोग, महाशृंगार सहित 21 किलो बूंदी का केक काटा गया। पूरा मंदिर भव्य तरीके से सजाया गया।
हनुमंत धाम मंदिर में हनुमान जी के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें देर रात तक लगती रहीं। पूजन हवन, सुंदरकांड और भंडारे का आयोजन किया गया। इसके अलावा कुर्सी रोड स्थित गुलाचीन मंदिर, बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर, छांछी कुआं मंदिर, सदर बाजार के प्राचीन हनुमान मंदिर आदि में भी पूजन-हवन और सुंदरकांड का पाठ हुआ।