UP Police
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झांसी स्थित प्रेमनगर थाना इलाके में जमीन पर कब्जे की शिकायत पर पहुंची पुलिस टीम के साथ दबंगों ने धक्का-मुक्की कर दी। इसके बाद मौके पर पहुंची थाना पुलिस से भी दबंग भिड़ गए। उन्होंने गाली-गलौज करते हुए पुलिस टीम पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इंस्पेक्टर का मोबाइल तक छीन लिया। इस मामले में पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ईसाईटोला कमल सिंह कॉलोनी निवासी भूपेंद्र सिंह ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसकी गरियागांव में 2.113 हेक्टेअर जमीन है। उस पर वह खेतीबाड़ी करता है। उसकी जमीन के पास पुलिया नंबर नौ कछियाना मोहल्ला निवासी राजकुमारी, देवेंद्र, प्रिंस और युवराज की भी जमीन है। भूपेंद्र ने बताया कि उसकी जमीन के मेढ़ पर पेड़ लगे हुए थे। विपक्षियों ने उसकी जमीन पर कई बार कब्जा करने की कोशिश की। शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात विपक्षियों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया। इतना ही नहीं, उन्होंने उसकी जमीन पर लगा एक पेड़ भी काट दिया। कब्जे की शिकायत पर पुलिस की पीआरवी टीम मौके पर पहुंच गई। वहां पुलिस टीम ने देखा कि कुछ लोग जमीन पर लगे पेड़ को काट रहे थे। पुलिस के रोकटोक करने पर वे आक्रोशित हो गए और पुलिस कर्मियों को ही धमकाने लगे। यहां तक कि भूपेंद्र को जेल में बंद न करने पर पुलिस को अंजाम भुगतने तक की धमकी दे डाली। उन्होंने धक्का-मुक्की कर पुलिस टीम को वहां से लौटा दिया।
सूचना पर पुलिया नंबर नौ चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। दबंगों ने गाली-गलौज करते हुए पुलिस पर हमला बोल दिया। इसमें कांस्टेबल शिवम घायल हो गया और कांस्टेबल शैलेंद्र कुमार की वर्दी फट गई। अन्य पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। इसी दरम्यान प्रेमनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार चंदेल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस की मांग करने के लिए जैसे ही जेब से मोबाइल निकाला, हमलावरों ने उनका फोन छीन लिया। इस पर प्रभारी निरीक्षक ने वायरलेस से कंट्रोल रूम को घटना की सूचना देकर अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया। फोर्स के आते ही पुलिस ने घेराबंदी करते हुए आरोपी देवेंद्र, युवराज और प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को जेल भेज दिया गया है।
इस मामले में चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह की शिकायत पर प्रेमनगर थाने में पुलिया नंबर नौ कछियाना मोहल्ला निवासी राजकुमारी, ज्योति, अर्चना, देवेंद्र, प्रिंस और युवराज के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और पुलिस पर हमला करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा, भूपेंद्र सिंह की शिकायत पर पुलिस ने जमीन पर कब्जे का भी मुकदमा दर्ज किया है।
महिला पुलिस के न होने का उठाया फायदा
मौके पर पहले पहुंची पुलिस की पीआरवी में कोई महिला सिपाही नहीं थी। इसके बाद चौकी पुलिस की टीम के साथ भी महिला सिपाही नहीं थी। जबकि, घटना के दरम्यान आरोपियों की ओर से महिलाएं भी मौजूद थीं। वह आरोपियों की ढाल बनी हुई थीं। इससे पुलिस आगे नहीं बढ़ पा रही थी। बाद में अतिरिक्त फोर्स के साथ महिला सिपाही भी पहुंची, जिन्हें देख आरोपी पक्ष की महिलाएं मौके से भाग खड़ी हुईं। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर काबू पाया।
आरोपियों में एक पुलिस का सिपाही भी
पुलिस टीम पर हमला करने का आरोपी देवेंद्र पुलिस कांस्टेबल है। वर्तमान में उसकी तैनाती लखनऊ में एंटी करप्शन के हेड क्वार्टर में है। मौके पर चौकी प्रभारी के पहुंचने पर देवेंद्र उनसे उलझ गया था। उसने चौकी प्रभारी से रौब गालिब करते हुए कहा था कि मैं पुलिस में हूं, कितनी नौकरी हो गई तुम्हारी। मेरी पहुंच बहुत ऊपर तक है। यहां से निकल जाओ, वरना मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ूंगा।
घटना के तीन आरोपी देवेंद्र, प्रिंस और युवराज को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी महिलाएं मौके से फरार हो गई थीं, जिनकी तलाश की जा रही है। जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। – स्नेहा तिवारी, सीओ सदर