लोक गायकों ने भजन कीर्तन गायन कर माहौल को बनाया धर्म मय-
बरुआसागर (झाँसी)- नगर की सुप्रसिद्ध सिद्धिपीठ मंसिल माता मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन शिव पार्वती विवाह आदि का वर्णन किया गया। जिसमें भारी तादाद में श्रोतागण मौजूद रहे। कथा वाचक पं. राकेश समाधिया के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा सुनकर श्रद्धालुजन मंत्रमुग्ध हो गये। कथा उपरांत लोक गायकों ने बुंदली भाषा मे भजन कीर्तन प्रस्तुत किये।
श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन भागवताचार्य पं. राकेश समाधिया ने शिव पार्वती विवाह पर विस्तृत प्रवचन करते हुये पौराणिक रीतिरिवाजों से भगवान शिव के विवाह की महिमा पर प्रकाश डाला। श्रीमद्भागवत कथा के प्रराम्भ अवसर पर यजमान दंपत्ति श्रीमती वंदना – पं. उदय पाण्डेय ने श्रीमद्भागवत कथा पुराण की आरती बंदना करते हुये। भागवताचार्य का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कथा की समाप्ति के अवसर पर कथा पुराण व मंच का पूजन अर्चन एवं आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।
कथा उपरांत बुन्देलखड़ी लोक गायक प्रमोद सेन आदि ने भजन कीर्तन गायन कर पंडाल का वातावरण धर्म मय बना दिया।
श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिवस रविवार को भक्त पहलाद कथा का वर्णन किया जायेगा।
इस अवसर पर प्रमोद यादव, सुखबीर कृष्ण दुबे, अनूप साहू, राजू पुरोहित उर्फ बंदों, देवेंद्र बाजपेयी, शिवम पांडेय उर्फ मिली महाराज, सुनील तिवारी, रमेश यादव, नीरज चतुर्वेदी, श्याम पांडेय, कान्हा पांडेय, सोनू सोनी, कमलेश, आलोक, अजय, रमेश, अजय कुशवाहा, नत्थू, आदि मौजूद रहे।
