“पानी दो या जान लो”: ख़ैलार में जल संकट के खिलाफ फूटा जनाक्रोश, NH-26 पर घंटों जाम
बबीना (झाँसी),
बबीना (झाँसी)- बबीना ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले खेलार कस्बे में पानी की भीषण किल्लत ने ग्रामीणों को उग्र कर दिया। सोमवार को जल संकट से परेशान सैकड़ों ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-26 (NH-26) पर जाम लगा दिया। तपती दोपहरी में महिलाएं, पुरुष और बुजुर्ग “पानी दो या जान लो” और “पानी मिलेगा तभी हटेगा जाम” जैसे गगनभेदी नारों के साथ सड़कों पर उतर आए। देखते ही देखते मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय वोट मांगने के लिए नेता गाँव-गाँव घूमते हैं, लेकिन जनता जब पानी जैसी मूलभूत जरूरत को लेकर त्राहि-त्राहि करती है, तो वे नदारद रहते हैं।
पुलिस-प्रशासन के समझाने पर खुला जाम
सूचना पर बबीना थाना प्रभारी अजमेर सिंह भदौरिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने-बुझाने के बाद जाम को खुलवाया गया। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि शीघ्र पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे अगली बार सड़क पर बिस्तर डालकर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
बूंद-बूंद को तरसते लोग, मासूमों की प्यास देख काँपता है कलेजा
गाँव की बुज़ुर्ग नसीम बेगम ने बताया कि मोहल्ले में लगभग 250 लोग निवास करते हैं, जिनमें अधिकतर एससी-एसटी समुदाय से हैं। प्रदर्शन कर रही महिला रामप्यारी ने कहा, “बच्चों को आधा-आधा गिलास पानी दे रहे हैं। प्यास से बिलखते मासूमों को देख दिल दहल उठता है।”
‘हर घर नल’ योजना सिर्फ कागज़ों तक सीमित
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरकार की बहुचर्चित ‘हर घर नल, हर घर जल’ योजना महज़ दिखावा बनकर रह गई है। गाँव में पाइपलाइन तो बिछा दी गई है, लेकिन सालों से एक बूंद पानी नहीं आया। कई बार शिकायत करने के बावजूद किसी ने सुध नहीं ली।
प्रशासनिक दावों की खुली पोल
झाँसी के ग्रामीण अंचलों में बढ़ती गर्मी और सूखते जलस्रोतों के बीच प्रशासन की निष्क्रियता अब लोगों के सब्र को तोड़ रही है। खेलार में हुए इस प्रदर्शन ने सरकार और प्रशासन के तमाम वादों की पोल खोल दी है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गहराते जल संकट का समाधान किस तरह करता है।

