अवैध धर्मांतरण कराने में छांगुर के साथ काम करने वाली एक और महिला की भूमिका एटीएस की जांच में सामने आई है। वह भी नीतू उर्फ नसरीन की ही तरह छांगुर की बेहद करीबी है, जो खासतौर पर महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाकर उनका धर्म परिवर्तन कराती थी।
छांगुर की दूसरी महिला सहयोगी ग्राउंड नेटवर्क का अहम हिस्सा थी। छांगुर के निर्देश पर कई संवेदनशील इलाकों में जाकर धार्मिक सभाओं और गुप्त बैठकों का आयोजन करती थी। एटीएस को जांच में उसके खिलाफ कई अहम जानकारी मिली हैं। एसटीएफ ने अपनी जांच रिपोर्ट में महिला के बारे में संकेत दिया था, यह अलग बात है कि उसे नामजद नहीं किया गया था।
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छांगुर के उत्तराखंड कनेक्शन से विदेशी लिंक की खुल रही परत
छांगुर से जुड़ी जांच अब और गहराने लगी है। एटीएस को धर्मांतरण रैकेट के उत्तराखंड के जुड़ाव की जानकारी मिली है, जिसके बाद जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। उत्तराखंड में हाल के दिनों दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दोनों का सीधे छांगुर से जुड़ाव बताया जा रहा है। गिरफ्तार युवकों के मोबाइल और डिजिटल रिकॉर्ड से अंतरराष्ट्रीय साजिश के संकेत मिले हैं।
इनमें पाकिस्तान के कुछ संपर्क सूत्रों की बात सामने आई है, जिनके माध्यम से फंडिंग और प्रोपेगेंडा फैलाने की योजना बनाई जा रही थी। बताया जा रहा है कि छांगुर का नेटवर्क केवल यूपी और बिहार तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उसने उत्तराखंड में भी कुछ स्थानीय संपर्कों के जरिये गतिविधियां तेज कर रखी थीं।