मंगलवार दोपहर कानपुर-झांसी हाइवे पर दिगारा बाईपास के पास रॉग साइड से आ रहे ट्रक ने कार को सामने से टक्कर मार दी। हादसे में कार के अगले हिस्से केे परखच्चचे उड़ गए। कार सवार अधिवक्ता की मौके पर मौत हो गई जबकि उसके अधिवक्ता मित्र समेत दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक कार सवार बागेश्वर धाम दर्शन के लिए जा रहे थे। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला। ट्रक को कब्जे में लेकर पुलिस उसे तलाश रही है।
मूल रूप से अमेठी के गौरीगंज निवासी योगेंद्र नारायण (30) लखनऊ के अलीगंज इलाके में किराए का कमरा लेकर रहते थे। परिजनों ने पुलिस को बताया वह अलीगंंज निवासी सत्यम मिश्रा (32) के साथ हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच में प्रैक्टिस करते थे। इन दिनों अवकाश होने के नाते योगेंद्र ने बागेश्वर धाम चलने का प्लान बनाया। पड़ोस में रहने वाले श्वेतांक शुक्ला की पत्नी श्वेता पांडेय और उसकी बहन प्रियंका भी साथ चलने को राजी हो गईं। मंगलवार सुबह चारों कार में सवार होकर बागेश्वर धाम को निकले।
कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़े, घायलों को मुश्किल से निकाला गया
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोपहर करीब 12:45 बजे जैसे ही उनकी कार दिगारा बाईपास पर खजुराहो हाइवे के लिए पहुंची, अचानक रॉग साइड से तेज रफ्तार में आ रहा ट्रक सामने आ गया। कार चला रहे योगेंद्र संभाल नहीं सके। कार एवं ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। अगली सीट पर बैठे योगेंद्र समेत सत्यम सीट के बीच फंस गए। पीछे की सीट पर बैठी श्वेता और प्रियंका भी लहूलुहान हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। काफी मशक्कत के बाद चारों को कार से बाहर निकाला गया। गंभीर रूप से घायल होने के नाते योगेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। सभी घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
सीओ लक्ष्मीकांत गौतम के मुताबिक ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। तीन घायलों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। आसपास सीसीटीवी कैमरों की मदद से उसकी तलाश की जा रही है।