उरई। फर्जी आधार बनाने और बैनामा कांड में अंडमान निकोबार की पुलिस धर्मेंद्र सक्सेना को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले की जांच एसपी की ओर से गठित एसआईटी कर रही है। रविवार को सीएम योगी के पास धर्मेंद्र का परिवार पहुंचा और जांच टीम ने स्थानीय अधिकारियों को जगह देने की मांग की।
जालौन के मोहल्ला बापू साहब निवासी गायत्री सक्सेना पत्नी धर्मेंद्र सक्सेना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में भेंट की और उन्हें शिकायत पत्र दिया। इसमें बताया कि उनके पति बीएसएनएल के ठेकेदार रहे हैं। उनका कस्बे के ही कई लोगों से विवाद चल रहा है। एक मामले में अंडमान निकोबार की टीम ने उनके पति को हिरासत में लिया है। इसके बाद भी विरोधी उनके पीछे पड़े हैं। तीन अक्तूबर को उनके पति के के खिलाफ रिपोर्ट लिख दी गई। आगे भी आशंका है कि उन पर गैंगस्टर और दुष्कर्म जैसे झूठे मुकदमे लिखाए जाएंगे।
विरोधी पहले भी कई शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन की गईं झूठी शिकायतों को पुलिस जांच में गलत पाया गया। इसमें फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है। आरोप है कि बिजनेस प्रतिस्पर्धा और मुकदमे की रंजिश के चलते उनके विरोधी उनके परिवार की छवि को धूमिल करने का काम करते आए हैं। उन्होंने कहा कि उसके पति निर्दोष हैं, लेकिन विरोधियों की साजिश को बेनकाब करने के लिए जांच में प्रशासनिक अधिकारी को शामिल कराया जाए। कानपुर के अलावा किसी अन्य जोन की पुलिस से जांच कराई जाए।