लखनऊ। उद्यम क्षेत्र में अपना सिक्का जमाने के लिए आईआईए की यंग प्रेन्योर सेल की ओर से बुधवार शाम गोमतीनगर के विभूतिखंड स्थित आईआईए भवन में उद्गम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत युवाओं ने इंडस्ट्री के दिग्गजों से उद्यमिता के गुर सीखे। सफल उद्यमियों ने पैनल चर्चा में अपने संघर्ष, जीत-हार के साथ सफल कॅरिअर के अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का नेतृत्व आईआईए लखनऊ चैप्टर के यंग प्रेन्योर सेल के कैप्टन दिविर विज ने किया। अतिथियों के साथ उनकी परिचर्चा में सफल उद्यमी व आईआईए के पूर्व अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने आजादी के दौर के किस्से सुनाए। कहा कि मैं मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र से जुड़ा था तो इसी दिशा में बढ़ने और देश की सेवा करने की सोची। देश के लिए कुछ करना चाहता था। चुनौतियों के बारे में कहा कि इंस्पेक्टर राज उस दौर में भी था। कई मुश्किलें सामने आईं, पर धैर्य और निरंतरता से उनका समाधान किया। यंग एंटरप्रेन्योर को सीख देते हुए उन्होंने कहा कि अपना लक्ष्य ऊंचा रखना और रिस्क लेने से पीछे न हटना सफलता की पहली सीढ़ी है।
सफल एंटरप्रेन्योर रहने के बाद अध्यात्म का पथ अपनाने वाले लेटे हुए हनुमानजी मंदिर के महंत डॉ. विवेक तंगड़ी जी ने ”जीवन को संभालना जब असंभव लगे” विषय पर मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि संतुलन, आत्मबल और सकारात्मक दृष्टिकोण से सभी मुश्किलों पर विजय पा सकते हैं। डॉ. तंगड़ी ने बताया कि कैसे आप निरंतर आगे बढ़ते रह सकते हैं। कार्यक्रम में 30 से अधिक युवा उद्यमी व विद्यार्थी मौजूद रहे।