The woman who witnessed her husband's murder was also killed

बेटे से जानकारी करते अ​धिकारी।

अमेठी। संग्रामपुर इलाके के संग्रामपुर गांव में पति की हत्या में गवाह महिला पर हुए हमले में जख्मी होने के बाद रविवार सुबह मौत हो गई। आरोपी गवाही देने से नहीं रोक पाए तो जानलेवा हमला करवाया था। मृतका भाजपा बूथ अध्यक्ष के छोटे भाई की पत्नी है। महिला के बेटे ने पिता के हत्यारोपियों सहित कई लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कराया है। सीओ लल्लन सिंह का कहना है कि केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एहतियातन गांव में पुलिस तैनात है।

संग्रामपुर थाना क्षेत्र के पूरे भुलई मजरे संग्रामपुर गांव निवासी वर्तमान बीजेपी भाजपा बूथ अध्यक्ष कमलेश सिंह के छोटे भाई की पत्नी कंचन सिंह (44) पर 28 जून की रात कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने हत्या की नियत से कंचन का गला दबा दिया। परिवार के लोग दौड़े तो हमलावर फायरिंग कर भाग निकले। कंचन सिंह को पहले संग्रामपुर सीएचसी, गौरीगंज जिला अस्पताल ले गए, फिर सुल्तानपुर जिला अस्पताल में इलाज कराया। वहां से उन्हें घर ले आए थे। रविवार सुबह कंचन सिंह की घर पर मौत हो गई।

मृतका के बेटे शिवेंद्र सिंह के मुताबिक, 27 जनवरी 2021 में उनके पिता बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई थी। मां कंचन सिंह गवाह थी। हत्यारोपी मां से गवाही देने को मना कर रहे थे। पिता की हत्या में शामिल लोगों ने उनकी मां की हत्या कराने के लिए हमला कराया है। मौके पर पुलिस अफसर पहुंचे। मृतका के परिवार वाले इस बात पर अड़ गए कि जब तक हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होगा, तब तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा जाएगा। मृतका के पुत्र की तहरीर पर शिवांग विक्रम सिंह, चंद्र प्रकाश व ज्ञान सिंह, दो-तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या सहित कई संगीन धाराओं में केस दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। र एसडीएम आशीष सिंह और सीओ अतुल सिंह ने पहुंच कर जांच की और परिवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया।

जमीन की रंजिश में हुई थी पति की हत्या

मृतका के बेटे शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पिता बृजेश सिंह की 27 जनवरी 2021 को हत्या हुई थी। नहर की पटरी के किनारे मिला था। उनका कहना है कि पिता की जमीनी रंजिश में हत्या की गई थी।

…तो पुलिस ने नहीं दर्ज की थी रिपोर्टशिवेंद्र प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि 28 जून की रात मां की हत्या की कोशिश व फायरिंग की गई, डायल 112 पुलिस को बुलाया गया। थानाध्यक्ष को भी फोन से जानकारी दी। लेकिन जब पुलिस से जिला अस्पताल तक जाने के दौरान सुरक्षा मांगी गई तो अनसुना कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने न उनकी मां का बयान लिया और न ही कोई सुनवाई की गई। आरोप लगाया कि थाने के तीन सिपाही आरोपियों से मिले हैं, जो उन्हें हर पल की जानकारी देते हैं। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। एसडीएम ने सिपाहियों का नाम मांग कर कार्रवाई का आश्वास दिया है।

दोनों बेटों का रोकर बुरा हाल

पिता की मृत्यु के बाद मां कंचन बेटे शिवेंद्र प्रताप सिंह (22) और बृजेंद्र प्रताप सिंह (18) की अभिभावक थीं। दोनों बेटों के सिर से पिता के बाद अब मां का साया भी उठा गया। शिवेंद्र एमएससी और बृजेंद्र बीए फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं। बच्चों के साथ ही दादा कमलेश सिंह, चाचा राजेश सिंह समेत अन्य पारिवारीजन शोक में डूबे हैं।



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