दक्षिण पश्चिम मानसून लगभग पूरे देश में पहुंच गया है। देश के अधिकांश क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं, बिजली गिरने से यूपी में पांच लोगों की मौत हुई है और 22 लोग घायल हुए हैं।
मानसून एक्सप्रेस अपनी रफ्तार से लगातार आगे बढ़ रही है। रविवार को इसने पूरे उत्तर प्रदेश के सफर को पूरा कर लिया। वहीं, यूपी में बारिश के चलते लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। लखनऊ में शाम को हुई झमाझम बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया।
रविवार को बारिश के दौरान बिजली गिरने से गोरखपुर-बस्ती मंडल में पांच लोगों की मौत हो गई और 22 लोग झुलस गए। मथुरा में बारिश से दीवार गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई। नेपाल में तेज बारिश से बलरामपुर में खरझार पहाड़ी नाला रविवार को उफना गया।
इससे 20 गांवों में पानी भर गया। गांवों का ब्लॉक और तहसील मुख्यालय से संपर्क कट गया। रामगढ़ मैटहवा व विजयीडीह के प्राथमिक विद्यालय में पानी भर गया है। श्रावस्ती में जमुनहा के राप्ती बैराज पर नदी का जलस्तर खतरे से निशान 127.700 पार कर 128.200 सेंटीमीटर पर पहुंच गया। दोपहर दो बजे के बाद जलस्तर घटना शुरू हुआ।
उधर, मौसम वैज्ञानिकों ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि जून के अंतिम दिन पूरे प्रदेश में सुबह साढ़े आठ बजे तक 63.3 मिमी बरसात रिकॉर्ड हुई। प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग ने अगले तीन-चार दिन तक ऐसी ही स्थिति जारी रहने के आसार हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह व मो. दानिश के मुतबिक, बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। कई इलाकों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज व येलो अलर्ट भी घोषित किया गया है।