
सफाई की सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
शहर के 77 वार्डों की 13000 किमी सड़कों में से महज 7000 किमी पर ही रोजाना झाड़ू लगेगी। 6000 किमी सड़क पर रोजाना के बजाय तीसरे दिन झाड़ू लगेगी। इसके लिए तैयार प्रस्ताव को लागू करने की तैयारी है। वहीं, दूसरी ओर ज्यादातर पार्षद इस प्रस्ताव का विरोध करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। यानी आगामी नगर निगम सदन में इसको लेकर हंगामा हो सकता है।
शहर के 77 वार्डों में सफाई का काम हैदराबाद की कंपनी एलएसए (लखनऊ स्वच्छता अभियान) को ठेके पर दिया गया है। सड़कों की सफाई को लेकर जो रिपोर्ट तैयार की गई उसके मुताबिक 77 वार्डों की 4000 किमी सड़कें ही सात मीटर से अधिक चौड़ी हैं। खास बात है कि अनुबंध के तहत कंपनी सात मीटर से कम चौड़ी सड़कों की ही सफाई करेगी। इसको लेकर तीन महीने पहले सदन में यह तय हुआ था कि नगर निगम प्रशासन पार्षदों और अधिकारियों की एक समिति बनाएगा जो वार्डों में सर्वे कराएगी। इसमें तय होगा कि सफाई का काम किस तरह से कराया जाएगा। अभी तक समिति तो नहीं बनी, मगर प्रस्ताव तैयार हो गया है।
यह बदलाव क्यों
सूत्रों के मुताबिक यह बदलाव खर्च बचाने को लेकर किया जा रहा है। इसके पीछे मंशा है कि कंपनी को ठेके पर दिए गए वार्डों में कूड़ा प्रबंधन का काम 257 करोड़ रुपये के अंदर ही कराया जा सके। यदि अभी की तरह सफाई कराई जाएगी तो यह खर्च 500 करोड़ से पार चला जाएगा।
अभी आदेश जारी नहीं
नई कंपनी सिर्फ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का ही काम कर रही है। कंपनी को झाड़ू लगाने का काम देने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कार्यदायी संस्थाओं का समय भी एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। अभी वही सफाई करेंगी। व्यवस्था बदलने में अभी समय लगेगा।- इंंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त