संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ

Updated Sun, 04 Aug 2024 03:24 AM IST

रायबरेली। रायबरेली ही नहीं, दूसरे प्रदेशों में भी वीडीओ विजय सिंह यादव की आईडी का प्रयोग फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने में किया जा रहा था। एटीएस और सलोन पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आई है। यह भी पता चला है कि आरोपी जीशान के तार कुशीनगर में पकड़े गए अंतरराज्यीय गिरोह से भी जुड़े थे। जीशान ही वीडीओ की आईडी व पासवर्ड की जानकारी देता था। एटीएस की आठ टीमें संदिग्धों की पहचान में जुटी हैं।

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मामला राष्ट्र्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के बाद एटीएस ने जांच शुरू की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पता चला कि बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के जन्म प्रमाणपत्र भी बनाए गए। सूत्रों के अनुसार वीडीओ की आईडी का प्रयोग यूपी के अलावा बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक में भी प्रमाणपत्र बनाने में किया गया।

पूरी जांच के बाद ही रिमांड पर लिए जाएंगे आरोपी

फर्जीवाड़े में जेल भेजे गए वीडीओ व जनसेवा केंद्र संचालक समेत अन्य आरोपियों को रिमांड पर लेने के सवाल पर एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा। विवेचना एटीएस को स्थानांतरित करने के सवाल पर एसपी ने कहा कि ऐसा नहीं है। स्थानीय पुलिस विवेचना कर रही है। जांच में एटीएस भी सहयोग कर रही है। फर्जीवाड़ा में शामिल अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।



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