मकान निर्माण कराने के लिए प्लंबिंग पाइप में लकड़ी फंसाकर दूर की लाइन, रिपोर्ट दर्ज

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बल्लमपुर रोड रेलवे क्रासिंग के पास बिजली गिरने से फुंके छह इंसुलेटर

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अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। गड़िया गांव में भवन निर्माण के लिए 33 केवी लाइन से छेड़छाड़ और बल्लमपुर रोड रेलवे क्रासिंग के पास लाइन पर बिजली गिरने से सीपरी बाजार सब स्टेशन से 14 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इसकी वजह से एक लाख से ज्यादा आबादी ने रात अंधेरे में काटी। वहीं, मामले की गंभीरता देख बिजली विभाग ने 33 केवी लाइन से छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

33 केवी लाइन से जुड़े सीपरी फीडर पर शनिवार 4.30 बजे ब्रेकडाउन हुआ। इसे लेकर टीम ने अलाहाघाट तक लाइन की पेट्रोलिंग की। मेन लाइन से जुड़ी 33 केवी बाजना देहात की ब्रांच लाइन को अलग करके बिजली आपूर्ति शुरू कर दी मगर पांच मिनट बाद फिर आपूर्ति बंद हो गई। टीम से फिर से पेट्रोलिंग की तो पता चला कि गाड़िया गांव में नहर के पास 33 केवी लाइन से छेड़छाड़ मिली। पूछताछ से पता चला कि भवन निर्माण के दौरान उसके मालिक ने लाइन से छेड़छाड़ की है। प्लंबिंग पाइप में लकड़ी फंसाकर लाइन को दूर कर दिया है। प्लंबिंग पाइप से पानी रिसने के चलते फाल्ट हो रहे थे। एसडीओ मो. मेहताब ने बताया कि जब फाल्ट सही करके बिजली चालू करने के लिए ट्राई किया गया तो लाइन चालू नहीं हुई।

इसके बाद, बिजली विभाग के कर्मचारियों ने पेट्रोलिंग शुरू कर दी। इस दौरान हंसारी लाइन को गरिया गांव (पाल का डेरा) से अलग कर आपूर्ति शुरू करने का प्रयास किया लेकिन आपूर्ति सुचारू नहीं हुई। बल्लमपुर रोड पर रेलवे क्रासिंग के पास 33 केवी सीपरी लाइन पर बिजली गिरने से छह इंसुलेटर फुंक गए थे। सभी इंसुलेटर बदले गए मगर आपूर्ति चालू नहीं हो सकी। जांच में पता चला कि रेलवे क्रासिंग के पास बिछी अंडर ग्राउंड केबिल में फाल्ट है। 15 से 20 मीटर ऊंचाई पर बने डबल पोल से क्षतिग्रस्त केबल को बदला गया। इसके बाद, सुबह 4.50 बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। वहीं, 33 केवी लाइन से छेड़छाड़ के मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पेट्रोलिंग के दौरान अधीक्षण अभियंता चंद्रजीत प्रसाद, अधिशासी अभियंता आदि रहे।

इन इलाकों में 12 घंटे कटी रही बिजली

सीपरी सब स्टेशन से संबद्ध चमनगंज, प्रेमगंज, रायगंज, मसीहागंज, सुभाष मार्केट, भांग वाली गली, टंडन रोड, कोयला वाली गली, आदर्श नगर, सब्जी मंडी आदि इलाके की एक लाख से ज्यादा आबादी परेशान रही।



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