अमेठी के ग्राम पंचायत दरखा में सोशल आडिट के दौरान मौजूद मनरेगा लोकपाल ओजस्कर पांडेय व अन्य लोग।
अमेठी सिटी। ग्राम पंचायत दरखा में हो रहे सोशल ऑडिट के दौरान निरीक्षण के लिए मनरेगा लोकपाल पहुंचे तो कई मामले सामने आए। जिसमें से एक मामले में प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि मृतक के खाते में भेज दी गई है। इस मामले में अब रिकवरी की जाएगी। वहीं, गांव में एक ही श्रमिक के नाम से दो जॉब कार्ड बना दिए गए हैं। मनरेगा से संबंधित सात में से कोई भी रजिस्टर अपडेट नहीं किया गया था। इस दौरान ग्राम पंचायत में कार्य करने वाले जिम्मेदार भी गैरहाजिर पाए गए।
मनरेगा लोकपाल ओजस्कर पांडेय व सोशल ऑडिट की जिला समन्वयक नीलम ने बुधवार को निरीक्षण किया। सभी अधूरे रजिस्टर एक सप्ताह के अंदर अपडेट करने के निर्देश दिए गए। काम करने वाले श्रमिकों की नियमित हाजिरी भरने को कहा। इस दौरान अतिरिक्त सचिव, तकनीकि सहायक व रोजगार सेवक उपस्थित नहीं मिले। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना, महात्मा गांधी नरेगा योजना में हुए कार्य की स्वीकृति, तकनीकि प्रशासनिक, वित्तीय, कार्य आदेश, बिल-वाउचर, माप पुस्तिका, श्रम सामग्री भुगतान उपयोगिता प्रमाण पत्र, पूर्णता प्रमाण पत्र, परिसंपत्ति रजिस्टर, कैश बुक, स्टॉक रजिस्टर, अंतिम संपन्न सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट सहित अन्य रिकॉर्ड अंकेक्षण दल के जरिए चेक किया।
इसके अतिरिक्त मनरेगा से हुए कार्यों का भौतिक सत्यापन भी किया गया। भौतिक सत्यापन में मनरेगा नागरिक सूचना बोर्ड में कमी को भी जल्द दूर करने के निर्देश दिए। मनरेगा लोकपाल ओजस्कर पांडेय ने ग्रामीणों को बताया कि सोशल ऑडिट के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्यों की जांच वह खुद कर सकते हैं।
24 साल पहले मृत सुमित्रा के खाते में भेजे 19 हजार रुपये
प्रधानमंत्री आवास योजना में अमेठी के दरखा निवासी सुमित्रा देवी के आवास के निर्माण में 90 मानव दिवस में कार्य हुआ था। मनरेगा लोकपाल ओजस्कर पांडेय ने बताया कि जिसकी कुल मजदूरी 1,9612 रुपये वर्ष, 2000 में मृतका सुमित्रा देवी के बैंक खाते में भेज दिए गए। जिसकी वापसी संभव नहीं दिख रही है। ऐसे में अब धनराशि की रिकवरी की जाएगी।