{“_id”:”6798417ef113b507f105683d”,”slug”:”up-read-these-important-things-before-going-to-mahakumbh-complete-details-from-when-to-go-how-to-go-to-wher-2025-01-28″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”यूपी: महाकुंभ जाने से पहले पढ़ लें ये जरूरी बातें, कब जाएं, कैसे जाएं से लेकर कहां रुकें तक हैं पूरी डिटेल”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
महाकुंभ 2025 – फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
144 वर्ष बाद बने महाकुंभ के इस दुर्लभ संयोग में हर कोई संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करना चाहता है। प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर कल महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान पर्व होगा। ऐसे में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा। ऐसे में पूरी तैयारी और जानकारी के साथ ही जाएं, वरना वहां पहुंचकर परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। राजधानी से जाने वाले श्रद्धालुओं को कैसे और कहां से मिलेंगे वाहन, कितना पैदल चलना पड़ सकता है और किन बातों का ख्याल रखना होगा जरूरी, इन सबके बारे में जानने के लिए पढ़ें महाकुंभ से लौटे अभिषेक सहज और नीरज ‘अम्बुज’ की विशेष रिपोर्ट :
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राजधानी के आलमबाग, कैसरबाग, चारबाग और कमता से अपनी सुविधानुसार बस से प्रयागराज के लिए रवाना हो सकते हैं। यहां से हर दस मिनट पर बसें उपलब्ध हैं। ज्यादा भीड़ होने पर इंतजार करना पड़ सकता है।
बस चार से पांच घंटे में आपको प्रयागराज के फाफामऊ में बनाए गए बेला कछार स्टेशन पर उतारेगी। यहां से हर पांच मिनट में इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी। हालांकि, भीड़ के चलते इंतजार करना पड़ सकता है। अगर बस मिलने में असुविधा हो तो आप थोड़ा सा पैदल चलकर फाफामऊ बाईपास पहुंचें। यहां से आपको ऑटो मिल जाएगा।
इसका किराया 50 लेकर 100 रुपये प्रति व्यक्ति तक हो सकता है। ऑटो आपको फाफामऊ, तेलीबाग होते हुए इलाहाबाद विवि मार्ग, कटरा, दारागंज के रास्ते करीब 30 मिनट में मेला परिसर से कुछ दूर पहले तक पहुंचा देगा। यहां से संगम स्नान स्थल के लिए पांच किमी पैदल यात्रा करनी होगी, क्योंकि यहां से वाहनों का प्रवेश बंद है। हालांकि, मौनी अमावस्या पर यहां तक भी वाहनों की सुविधा नहीं मिलेगी। संगम स्थल से करीब 10 किमी पहले ही वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। अगर आप बेला कछार से इलेक्ट्रिक बस से आएंगे तो बिना किसी शुल्क के ये आपको मेला स्थल से करीब आठ किमी पहले बने बस स्टॉप पर उतार देंगी। यहां से आपको संगम स्थल तक पैदल जाना होगा।
सुबह जा रहे हैं तो प्रयास करें कि नित्यक्रिया से निवृत्त होकर ही मेला परिसर में स्नान के लिए प्रवेश करें। परिसर में यूं तो थोड़ी-थोड़ी दूरी पर अस्थायी सुलभ शौचालय हैं, लेकिन ज्यादा भीड़ होने पर असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। मेला परिसर में जगह-जगह मार्ग की जानकारी देते हुए बोर्ड मिल जाएंगे। फिर भी कोई दिक्कत होने पर वहां मौजूद पुलिसकर्मी आपकी हर संभव मदद के लिए मौजूद रहेंगे।