बबीना(झांसी)- छावनी परिषद बबीना द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाते हुए कई व्यापारियों के चालान काटे गए हैं। परिषद ने व्यापारियों को 12 तारीख को अधिशासी अधिकारी से मिलकर अपना पक्ष रखने और जुर्माने को लेकर वार्ता करने का निर्देश दिया है। साथ ही, कई दुकानदारों को नोटिस जारी कर स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है। परिषद ने स्पष्ट किया कि यदि परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाया जाता है, तो व्यापारी से सरकारी मानकों के अनुसार शुल्क वसूला जाएगा।
छोटे व्यापारियों में नाराजगी, पक्षपात का आरोप
छोटे व्यापारियों ने इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताते हुए छावनी परिषद पर पक्षपात का आरोप लगाया है। व्यापारियों का कहना है कि होली और ईद जैसे प्रमुख त्योहारों से ठीक पहले यह अभियान उनकी रोजी-रोटी पर सीधा प्रहार है। उनका आरोप है कि रसूखदार व्यापारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जबकि छोटे व्यापारियों को निशाना बनाया जा रहा है।
व्यापारियों ने यह भी कहा कि कपड़ा बाजार में सबसे अधिक अतिक्रमण होने के बावजूद वहां के व्यापारियों पर कोई नोटिस या चालान नहीं काटा गया। कुछ व्यापारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई लोगों ने बिना नक्शे के इमारतें बना ली हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई जांच या कार्रवाई नहीं होती।
व्यापार मंडल और राजनेताओं पर भी उठे सवाल
व्यापारियों ने व्यापार मंडल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल केवल बड़े और रसूखदार व्यापारियों के हितों की रक्षा करता है, जबकि छोटे व्यापारियों की समस्याओं को नजरअंदाज कर दिया जाता है। इस मुद्दे पर व्यापार मंडल के पदाधिकारी पूरी तरह से गायब रहे, जिससे व्यापारियों में नाराजगी और बढ़ गई है।
इसके अलावा, व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि सत्तापक्ष और विपक्ष, दोनों ही दलों के नेता व्यापारियों के समर्थन में आगे नहीं आए। व्यापारियों का कहना है कि जब चुनाव का समय आता है, तब सभी नेता समर्थन मांगते हैं, लेकिन जब व्यापारियों पर कार्रवाई होती है, तब कोई भी उनका पक्ष लेने नहीं आता।
व्यापारियों ने निष्पक्ष जांच और सभी व्यापारियों के साथ समान व्यवहार की मांग की है।