उरई। उमरारखेरा में तिपहिया साइकिल चला रहा तीन साल का मासूम रपटे पर पहुंच गया और फिसलकर नाले में गिर गया। आसपास मौजूद लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन बहाव अधिक होने से वह पानी में डूब गया। तीन घंटे बाद उसका शव मंदिर किनारे मिला। परिजन उसे मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजन ने बिना पुलिस को सूचना दिए ही शव को लेकर राजस्थान चले गए।

राजस्थान निवासी प्रकाश पत्नी लक्ष्मी व बेटे शिवम (03) के साथ किराये के मकान में शहर के मोहल्ला उमरारखेरा में रहकर फालूदा बेचने का काम करता है। रविवार की दोपहर उसका बेटा शिवम घर के पास ही तिपहिया साइकिल चलाकर खेल रहा था। इसी दौरान वह पास के ही रपटा पुल के किनारे पहुंच गया और अचानक फिसलकर गहरे नाले में जा गिरा। परिवार के लोग और मोहल्लेवासी जब तक कुछ समझ पाते, तब तक मासूम पानी के तेज बहाव में बह गया। परिजन और स्थानीय लोग घबराहट में जगह-जगह बच्चे को तलाशते रहे। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद शिवम का शव गढ़ी मंदिर पुल के नीचे मिला। तब उसे मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मासूम की मौत से मां लक्ष्मी देवी का बुरा हाल हो गया। शिवम उनका इकलौता बेटा था। बच्चे की मौत की खबर मिलते ही पूरे घर में कोहराम मच गया। मां बार-बार बेटे का नाम पुकारते हुए बेसुध हो रही थी। घटना के बाद परिजन शिवम का शव राजस्थान ले गए। सीओ अर्चना सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा पुलिस को कोई भी सूचना नहीं दी गई। वह बिना किसी औपचारिक कार्रवाई के शव को राजस्थान ले गए हैं।