बिजली लाइन में फॉल्ट होने की वजह से सोमवार को महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज को ओपीडी में डॉक्टरों ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मरीजों का उपचार किया। दोपहर करीब एक बजे ओपीडी में बिजली सप्लाई चालू हो गई, बाकी जगह हालात जस के तस रहे।
सोमवार को मेडिकल की ओपीडी में सर्वाधिक मरीज उपचार के लिए आते हैं। सुबह आठ बजे ओपीडी के खुलने तक बाल रोग, सर्जरी, मेडिसिन, नेत्र रोग, ईएनटी, हड्डी रोग में मरीजों की लाइनें लग गई। जब तक ओपीडी शुरू होती तब तक बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ड्यूटी डॉक्टर ओपीडी में आए और मरीजों का परीक्षण करके उपचार शुरू कर दिया। करीब 10 बजे बाल रोग, ईएनटी, हड्डी रोग विभाग की ओपीडी की बिजली सप्लाई चालू हो गई, जो करीब 20 मिनट बाद फिर गुल हो गई। दोपहर करीब 12.20 बजे तक फिर इन ओपीडी की बिजली आपूर्ति शुरू हो गई। वहीं, सर्जरी, मेडिसिन, नेत्र रोग विभाग की बिजली आपूर्ति ओपीडी खत्म होने तक चालू नहीं हो सकी। डॉक्टरों ने अपने मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर उपचार किया। वहीं, बिजली नहीं होने की वजह से मरीजों के अल्ट्रासाउंड करने में भी काफी दिक्कत हुई।
इस मामले में मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. सचिन माहूर का कहना है कि बिजली लाइन में फाल्ट होने की वजह से ओपीडी की बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी। फाल्ट पता करने में समय लगा। दोपहर तक सही कर दिया गया है।