उरई। महिला परिवार परामर्श केंद्र की टीम ने जनवरी से लेकर सितंबर तक सुनवाई के दौरान 180 परिवारों को बिखरने से बचा लिया। वैचारिक मतभेद की वजह से टूटने वाले परिवारों को यहां सुना जाता है।

एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि कार्यालय में स्थापित महिला परिवार परामर्श केंद्र की टीम ने पति-पत्नी और उनके अन्य परिजनों के बीच उपजे जटिल विवादों में गहन काउंसलिंग की, प्रत्येक मामले में उन्होंने दोनों पक्षों को धैर्यपूर्वक सुना, उनकी भावनाओं को समझा, और विवाद की जड़ तक पहुंचने का प्रयास किया। उनके प्रयासों का परिणाम चमत्कारी रहा। कई ऐसे दंपती जो अलग होने की कगार पर थे, उन्होंने काउंसलिंग के बाद भविष्य में आपस में लड़ाई-झगड़ा न करने और पारिवारिक कर्तव्यों का पालन करते हुए खुशी-खुशी साथ रहने की बात कही।

उन्होंने बताया कि पिछले सात दिनों में 17 परिवारों को बिखरने से बचा लिया गया। जनवरी से सितंबर तक 180 परिवारों को बिखरने से बचाया गया है। जब आपसी सुलह हो जाती है, तो काउंसलरों द्वारा दंपती जोड़ों को न केवल शुभकामनाएं दी जाती हैं, बल्कि उन्हें यह सलाह भी दी जाती है कि वे एक-दूसरे के साथ सामंजस्य स्थापित कर पारिवारिक दायित्वों का सही प्रकार से निर्वहन करें।



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