पट्टी कुम्हरा गांव निवासी शिल्पी (32) पत्नी आत्माराम ने रिश्तेदारी में आयोजित सगाई कार्यक्रम से लौटने के बाद फंदा लगाकर जान दे दी। मां को फंदे से लटका देख उसका नाबालिग बेटा बिलख उठा। उसकी रोने की आवाज सुनकर परिवार के लोग पहुंच गए। परिजन सुसाइड करने की वजह नहीं बता सके। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

परिजनों ने पुलिस को बताया कि करीब 14 साल पहले शिल्पी की शादी आत्माराम से हुई थी। आत्माराम ई-रिक्शा चलाता है। पिछले चार साल से वह चिरगांव के कन्हैया कुंज वाटिका के पास पति व बच्चों के साथ किराए का कमरा लेकर रहती थी। रविवार को रिश्तेदार के घर सगाई थी। शिल्पी दोनों बच्चों एवं पति के साथ वहां गई थी। शाम को सभी लौटकर घर आ गए। रात को खाना खाने के बाद पति आत्माराम बाहर चला गया। उसी दौरान शिल्पी ने गेट के ऊपर रोशनदान में साड़ी से फंदा बनाकर उससे झूल गई। उनका ग्यारह साल का बेटा देवांश जब पहुंचा, तब मां को फंदे से लटका देख बिलख उठा। उसको रोता सुनकर परिवार के लोग आ गए। परिजन उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने उसे मृ़त घोषित कर दिया। उसकी मौत से घर में मातम छाया है। थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि उसके सुसाइड की वजह परिजन नहीं बता सके। मामले की छानबीन की जा रही है।