मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के एक्स-रे सेंटर से बड़े स्तर पर प्लेटें गायब हो गई हैं। कॉलेज प्रशासन ने जांच के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, अगस्त में 1300 से ज्यादा एक्सरे प्लेट का ब्यौरा नहीं मिला है। अब बड़े घोटाले की आशंका में अन्य माह का भी रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में आने वाले गंभीर रोगियों के एक्सरे किए जाते हैं। किसी रोगी की जांच ट्राइमेक्स तो किसी का बीएमएस एक्सरे प्लेट पर होती है। इसकी सरकारी खरीद की कीमत क्रमश: 64 रुपये और 35 रुपये होती है।
कॉलेज प्रशासन को जानकारी मिली कि अगस्त में इमरजेंसी सेंटर से भारी मात्रा में एक्सरे प्लेटें गायब हैं। कागज में इनका इस्तेमाल दिखाया जा रहा है मगर रोगियों की संख्या से मिलान करने पर आंकड़ा सही नहीं मिल रहा है। बड़े स्तर पर गड़बड़ी की आशंका पर प्रधानाचार्य डॉ. मयंक सिंह ने सीएमएस डॉ. सचिन माहुर को जांच के निर्देश दिए हैं। पूरे मामले की प्राथमिक जांच में करीब 1300 एक्सरे प्लेटों की गड़बड़ी पकड़ी गई है। इनकी कीमत करीब 65 हजार रुपये है।
जांच अधिकारी डॉ. सचिन माहुर ने बताया कि प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। अन्य माह के भी रिकॉर्ड का मिलान कराया जाएगा। यदि कोई दोषी मिलेगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।