
दशमी पर खटिकयाना मोहल्ला में स्थापित मां काली की मूर्ति विसर्जन के लिए ले जाई गई। इससे एक घंटे पहले से ही शहर भर में मां काली के दर्शन करने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जिस-जिस मार्ग से मां काली की मूर्ति को ले जाया गया, वहां पर लोगों ने पुष्पवर्षा की। हाल ये रहा कि सड़कों पर पैर रखने तक की जगह नहीं थी। हर कोई मां की एक झलक पाने को बेताब दिखा। विसर्जन यात्रा में खटीक समाज के साथ-साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु चल रहे थे। चारों तरफ, काली-काली, जय मां काली के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही थी