लखनऊ। खुजौली स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से बीते महीने दो शिक्षिकाओं ने इस्तीफा दे दिया था, जबकि छात्राओं के साथ उत्पीड़न की घटनाएं दो महीने पहले से हो रही थीं। अब छात्राओं व अभिभावकों की शिकायतों के आधार पर इस्तीफा देने वाली शिक्षिकाओं से भी प्रशासन की टीम पूछताछ कर सकती है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार, एक से आठवीं तक संचालित कस्तूरबा विद्यालय में 100 छात्राओं के पढ़ने और रहने की व्यवस्था है। छात्राओं को पढ़ाने के लिए विद्यालय में आठ शिक्षिकाओं के पद स्वीकृत है। इनमें दो शिक्षिकाओं ने बीते महीने इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, शिक्षिकाओं ने दूसरी जगह नौकरी लगने की बात कही थी। सवाल यह है भी है कि छात्राओं के साथ हुए उत्पीड़न के बारे में इन शिक्षिकाओं को जानकारी हो सकती है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामप्रवेश के अनुसार, इस घटना में कुछ संदिग्ध लोगों का भी हाथ है। घटना की सही जानकारी के लिए हर स्तर पर जांच हो रही है। वहीं, छात्राओं के साथ हुई घटना के बाद जिला प्रशासन से भी सख्ती की गई है। अब छात्राओं से मिलने के लिए अभिभावकों को अनुमति लेनी होगी। छात्राओं से मिलने के लिए उनके माता-पिता या अभिभावक के अलावा किसी अन्य को अनुमति नहीं होगी। किसी पुरुष अधिकारी के भ्रमण के दौरान महिला अधिकारी या महिला स्टाफ की मौजूदगी जरूरी होगी। परिसर में अज्ञात व्यक्ति के आने पर रिपोर्ट भी देनी होगी।