बंगरा(झांसी)-विश्व पर्यावरण दिवस पर डॉ राम मनोहर लोहिया इंटर कॉलेज बंगरा में स्टाफ ने बालक,बालिकाओं संग पर्यावरण को संरक्षित करने की शपथ लेते हुये,लगाए वृक्ष। इसके साथ ही कॉलेज के आसपास स्वच्छता अभियान चलते हुए सिंगल यूज पॉलीथिन का प्रयोग न करने का संकल्प लिया गया। डॉ राम मनोहर लोहिया इंटर कॉलेज बंगरा के समस्त स्टाफ ने छात्र छात्राओं के साथ पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए० पी० जे अब्दुल कलाम जी द्वारा 8 सूत्रीय पर्यावरणीय शपथ में अपने जीवन काल में कम से कम 10 पौधों का रोपण करने और उसे बचाने, अपने घर विद्यालय, कार्यालय के आस पास सफाई रखने, प्राकृतिक संसाधनों का कम से कम दोहन करने, जल संरक्षण एवं अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने और नदियों तालाबो में गंदगी न करने जैसे संकल्पों को अपने जीवन में आत्मसात करने का प्रण किया।

इस अवसर पर संस्था प्रबन्धक रजत प्रधान ने कहा कि पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाने की औपचारिकता से ऊपर उठ कर पौधों को सुरक्षित रख कर वयस्क पेड़ बनाने तक की जिम्मेदारी लेनी होगी अन्यथा आने वाले वर्षों में भीषण गर्मी से जीवन कठिन हो जाएगा एवं प्रत्येक व्यक्ति को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए।कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण धर्मेश मिश्रा,नवीन,अनिल लांगया,राशिरमन,सागर नायक,जानवी,सपना,दीपू,उत्तम सहित छात्र छात्राओं ने व्रक्षारोपण किया।

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किया गया वृक्षारोपण-


गरौठा झांसी-विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बामोर रेंज के प्रभारी क्षेत्रीय वन अधिकारी विपुल सिघल l.F.S.के नेतृत्व में ग्राम पंचायत दुरखुरु के पंचायत भवन में विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजेंद्र अहिरवार व ग्राम वासियों के साथ जन जागरूकता कार्यक्रम व गोष्टी का आयोजन किया गया।
जिसमें वृक्षारोपण व वृक्षों के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।
इसके साथ ही पीपल जामुन पाखंड बरगद नीम के पौधों का रोपण किया गया तथा ग्राम वासियों को फलदार पौधों का वितरण किया गया।
इस मौके पर अवधेश प्रताप सिंह वन अधिकारी ज्ञान सिंह डिप्टी रेंजर ध्रुवराम यादव वन दरोगा बलवीर वन दरोगा तेजप्रताप वनरक्षक सहित बमौर रेंज के समस्त स्टाफ सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

विश्व पर्यावरण दिवस पर सैकड़ो की संख्या में वृक्षारोपण एवं पौध वितरण कार्यक्रम हुआ आयोजित

हम अपने सुख संसाधनों के लिए लगातार पर्यावरण कर रहे हैं दूषित-

यदि सरकार साथ दे तो बहुत जल्द देश होगा प्रदूषण मुक्त-

झाँसी-यदि सरकार साथ दे तो पर्यावरण एवं प्रदूषण की समस्या से कुछ ही समय में निजात दिला सकता हूँ। पश्चिमी देशों का अंधानुकरण कर हमने पर्यावरण का बहुत नुकसान कर लिया इसी परिस्थिति स्वरूप आज गर्मी के मौसम में हमें नरक के समान दर्शन हो रहे हैं। लेकिन अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा हम अपनी गलती सुधार सकते हैं।
प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है इस अवसर पर संघर्ष सेवा समिति द्वारा विभिन्न स्थानों पर सैकड़ो की संख्या में वृक्षारोपण किया गया साथ ही पौधों का वितरण भी किया गया। हमारे प्राणों एवं धर्म ग्रंथो में पर्यावरण से संबंधित काफी ज्ञान उल्लेखित है मत्स्य पुराण के अनुसार एक वृक्ष 10 पुत्रों के बराबर होता है। शास्त्रों के अनुसार पीपल, अशोक, पाकड़, बिल्वपत्र, वटवृक्ष, आम, कदंब, आंवला, इमली, नीम का वृक्ष लगाने से पर्यावरण तो स्वच्छ होता ही है साथ ही हमें मोक्ष भी प्रदान होता है। यह सभी वृक्ष भारी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड सोखकर ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं लेकिन वृक्षारोपण के समय हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए वृक्षारोपण उन्हीं स्थानों पर करें जहां आप उनकी देखभाल कर सकें अन्यथा पौधारोपण का कोई अचित नहीं रहेगा। वर्तमान समय में पीपल, बड़ और नीम जैसे वृक्ष रोपना बंद होने से सूखे की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह वृक्ष धरती का तापमान कम करने में सहायता करते हैं। हमने अपने निजी लाभ के लिए यूकेलिप्टस जैसे वृक्ष लगाने शुरू कर दिए जिससे जमीन लगातार बंजर होती जा रही है और जल स्तर भी घट रहा है। इसका प्रभाव हमारे नदियों पर भी पड़ रहा है नदियों का पानी कम हो रहा है और हमारे रासायनिक कचरे, पन्नी और घरेलू सामानों में उपयोग होने वाले कचरे से जल दूषित भी हो रहा है जिसे ग्रहण कर कई बीमारियां फैल रही हैं। हमें स्वच्छ पर्यावरण के लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि कुछ दूरी पर पीपल, बड़ और नीम के वृक्ष लगाए जायें यकीन मानिए कुछ वर्षों में ही हमारा देश प्रदूषण मुक्त हो जाएगा। आज से कुछ समय पूर्व हम देखते थे हर घर में तुलसी का पौधा होता था जिस मां के रूप में पूजा जाता था। लेकिन हमारी संस्कृति के लगातार होते ह्रास के कारण यह सभी रीतियां समाप्त होती जा रही हैं। जिस कारण हम विकट समस्याओं का सामना कर रहे हैं हमारी आगे आने वाली पीढ़ियां विषम परिस्थितियों में ना पड़ जाए इसके लिए हमें सुनिश्चित करना होगा कि हम प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए छायादार और फलदार वृक्षों का रोपण करें और अपनी नदियों को दूषित होने से बचायें। इस अवसर पर राजू सेन, सुशांत गेड़ा, कमल मेहता, अनिल वर्मा, आशीष विश्वकर्मा, अरुण पांचाल, बसंत गुप्ता, राकेश अहिरवार, संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, मास्टर मुन्नालाल, राम अवतार राय, सुनीता गुप्ता, नीलू रायकवार, राखी, मोना रायकवार, अनिकेत गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा लचीलापन की थीम के साथ रेंज पर मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस-



पूँछ (झाँसी)- साल दर साल सूरज की आग गर्मियों में एक ऊँचाई को छूकर नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है वर्तमान समय मे लोग सूरज की आँच में झुलस रहे है वही लोगो मे पर्यावरण दिवस का महत्व भी बढ़ रहा है 29 मई की तपन से लोग सिहर उठे थे उस दिन का तापमान देश का अभी तक का सबसे ज्यादा तापमान हो सकता है वही आवश्यकता है कि प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन मे कम से कम पांच पेड़ लगाना अनिवार्य है इसी क्रम में आज मोंठ रेंज में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया जिसमें बक्ताओ एवं अधिकारियों द्वारा बताया गया कि प्रकृति से ही मानव जीवन सम्भव है वही यह जरूरी है कि हम पेड़ पौधों जंगलों नदियों झीलों भूमि पहाड़ आदि के महत्व को समझे विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का निर्णय 1972 में सयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में निर्णय लिया गया जिसके बाद 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया वही मोंठ रेंज में डिप्टी रेंजर पद पर तैनात संदीप रविकुल की पुत्री भूमि रविकुल द्वारा आज अपने जन्मदिन के अवसर पर भाई मौलिक के साथ बृक्ष रोपित कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया इस दौरान मुख्य रूप से  आरती शुक्ला क्षेत्रीय वन अधिकारी, संदीप रविकुल उप क्षेत्रीय वन अधिकारी, रामाश्रय उप क्षेत्रीय वन अधिकारी, जयराम वनरक्षक,आशीष वनरक्षक,विनोद कुमार प्रधानाध्यापक आदर्श इंटर कॉलेज अजय कुमार देवी दयाल समाजसेवी सहित बृजेंद्र विभोर लोकेंद्र रामकिशोर हरिश्चंद्र राम शंकर दयाराम नितेश सुदेश आदि सैकड़ो की संख्या में जन सामान्य उपस्थित रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *