उरई। जिले में 13 केंद्रों पर पांच दिन आयोजित हुई पुलिस भर्ती परीक्षा शनिवार को समाप्त हो गई। आखिरी दिन 1702 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए सुबह से शाम तक अधिकारियों की गाड़ियां केंद्रों पर दौड़ती रहीं। शाम को सकुशल परीक्षा के संपन्न हने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
पांच दिन तक आयोजित होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा शनिवार को दो पालियों में आयोजित होने के बाद समाप्त हो गई। शनिवार को दोनों पालियों में 7344 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। जिसमें पहली पाली में 883 व दूसरी पाली में 819 अभ्यर्थी शामिल नहीं हुए। कुल मिलाकर शनिवार को आखिरी दिन दोनों पालियों में 1702 अभ्यर्थी शामिल नहीं हुए। परीक्षा के आखिरी दिन शुक्रवार की रात से ही अभ्यर्थियों की आवाजाही शुरू हो गई थी।
रात को अभ्यर्थी शहर पहुंचे जहां प्रशासन की ओर से बनाए गए हेल्प डेस्क से अपने केंद्रों की जानकारी करने के बाद वह नजदीक पहुंच गए। सुबह सात बजे से ही केंद्र के आसपास चहल-पहल देखी जा सकती थी। आठ बजते ही केंद्र के दरवाजों को खोल दिया गया। जिससे अभ्यर्थी लाइन लगाकर खड़े हो गए। पूरी प्रक्रिया के बाद ही अभ्यर्थियों को अंदर जाने दिया गया।
इस दौरान महिला पुरुष अभ्यर्थियों को पहचान पत्र व पेन के अलावा कोई भी सामान अंदर नहीं ले जाने दिया गया। यहां तक की हाथ व कानों में पहने आभूषणों को भी बाहर निकलवाकर रखवा दिया गया। आखिरी दिन परीक्षा के चलते डीएम राजेश कुमार पांडेय व एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार संयुक्त रूप से सभी केंद्रों पर दौड़ते नजर आए। इस दौरान उन्होंने परीक्षा केंद्र व्यवस्थापकों से बातचीत की। इसके साथ ही उन्होंने सीसीटीवी कंट्रोल रूम में जाकर वहां की व्यवस्थाओं को परखा।
डीएम ने बताया कि जिले में पांच दिन तक चली पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा पूरी पारिदर्शिता के साथ आयोजित हो इसका विशेष ध्यान दिया गया था। पूरे शहर में चप्पे चप्पे पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था। इसके साथ ही सादा वर्दी में सुरक्षा कर्मी पूरी परीक्षा पर नजर लगाए हए थे। इसी से परीक्षा सकुशल संपन्न हो पाई है।
परीक्षा के दिनों जाम से उलझे रहे लोग
उरई। जिले में पांच दिन तक चली पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान लोगों को जाम से निजात नहीं मिली। पेपर के छूटते ही शहर जाम की गिरफ्त में आ जाता था। लोगों का कहना है कि परीक्षा के दौरान घंटों उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा है। दोनों पालियों में हुए परीक्षा के छूटते ही सबसे ज्यादा परेशानी इलाहाबाद बैंक से लेकर जिला जज कार्यालय परिसर तक आने-जाने वाले लोगों को हुई। दोपहर में तो हालत यह रही कि भीषण उमस होने के चलते लोग पसीना बहाते हुए नजर आए। (संवाद)