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संवाद न्यूज एजेंसी
झांसी। ऋषिकेश से उत्कल एक्सप्रेस में सवार हुई महिला टाॅयलेट गई और वहां से लौटकर अपनी सीट पर बैठ गई। इसी बीच उसे दिल का दौरा पड़ गया। जब तक परिवार के लोग कुछ कर पाते, महिला ने दम तोड़ दिया। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर रेलवे डॉक्टर और डिप्टी एसएस से उसे सीपीआर देने का प्रयास किया, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। जीआरपी ने महिला के शव को झांसी स्टेशन पर उतार लिया है।
ओडिशा के जिला सुंदरगढ़ स्थित बैंक कॉलोनी नया बाजार निवासी संतोष कुमार मुंड अपनी पत्नी पंकजिनी मुंड (58) और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ 19 सितंबर को उत्तराखंड के ऋषिकेश में तीर्थ के लिए गए थे। शनिवार को वह वापसी में उत्कल एक्सप्रेस के सेकेंड एसी कोच ए-1 से पुरी के लिए यात्रा कर रहे थे। ट्रेन रविवार को ग्वालियर से झांसी के लिए बढ़ रही थी, उसी दौरान पंकजिनी टॉयलेट गई। लौटने समय वह लड़खड़ाईं और सीट पर आकर बैठ गईं। पति को बताया कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। पंकजिनी जैसे ही सीट पर बैठी तो निढाल हो गईं। पत्नी की हालत देख संतोष कुमार ने रेलवे से मदद मांगी।
यहां सूचना मिलते ही शाम 7.40 बजे ट्रेन जैसे ही झांसी पहुंची तो रेलवे के डॉ. हरेंद्र और डिप्टी एसएस वाणिज्य राजीव कुमार ट्रेन पर पहुंच गए। चिकित्सक ने महिला का परीक्षण कर सीपीआर दिया, लेकिन महिला के शरीर में कोई बदलाव नहीं आया। चिकित्सक ने महिला यात्री को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद जीआरपी ने महिला के शव ट्रेन से उतारकर कागजी कार्रवाई की।