उरई (जालौन)। इस्राइल में निर्माण श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए भारत सरकार और इस्राइल सरकार के बीच अनुबंध हुआ है। इस अनुबंध के तहत करीब दस हजार श्रमिकों को इस्राइल भेजा जाएगा। भारत से श्रमिकों को भेजने की जिम्मेदारी एनसीडीसी इंटरनेशनल कंपनी को दी गई है। एनसीडीसी ने पीआईवीए कंपनी के साथ समन्वय किया है।
इसके लिए शटरिंग कारपेंटर के लिए तीन हजार पद, आयरन वेडिंग के लिए तीन हजार पद, सिरेमिक टाइल्स के लिए दो हजार पद और प्लास्टर संबंधी काम के लिए दो हजार पदों पर भर्ती निकली है।
जिला सेवायोजन कार्यालय ने जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 25 से 45 वर्ष की आयु सीमा के ऐसे श्रमिक जिन्होंने पूर्व में इस्राइल में काम न किया हो और उन्हें संबंधित ट्रेड में तीन साल का अनुभव हो, वह इस पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले निर्माण श्रमिकों के लिए प्रोफेशनल टेस्ट ड्राइव की कार्रवाई आईटीआई की नोडल प्रधानाचार्य व जिला सेवायोजन अधिकारी द्वारा की जाएगी।
टेस्ट ड्राइव में चयनित किए गए श्रमिकों को आरपीएल (यानी पूर्व प्रशिक्षण की मान्यता का प्रमाणपत्र या स्वलिखित देना होगा) कर प्रमाणपत्र देना होगा। आरपीएल वाले श्रमिकों को पीआईवीए के माध्यम से अंतिम चयन किया जाएगा। इस संबंध में सेवायोजन कार्यालय का टोल फ्री नंबर 155330 भी जारी किया गया है।
जिला सेवायोजन अधिकारी आलोक मिश्रा ने बताया कि जो श्रमिक इसमें चयनित होंगे, उन्हें 6100 इस्राइली मुद्रा यानी एक लाख 37260 रुपये महीने वेतन के साथ इनसेंटिव भी दिया जाएगा। वहां काम करने की अवधि तीन साल होगी। जिला स्तर पर मानक पूरा करने वाले श्रमिकों की शेष कार्रवाई को विभाग पूरा करेगा। श्रमिकों को मशीन संबंधी और अंग्रेजी का बेसिक ज्ञान होना जरूरी है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। विभागीय वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।