मुहम्मदाबाद। स्टेट हाईवे किनारे व डिवाइडर पर उगे बबूल के पेड़ से बाइक न दिखने पर बस ने टक्कर मार दी थी। हादसे में मां-बेटी की मौत और पिता गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस खबर को अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके चलते सोमवार को बबूल के पेड़ हटाने का काम शुरू कर दिया गया। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि 22 किलोमीटर मार्ग से आसपास व डिवाइडर पर लगे पेड़ों को हटाया जाएगा। इससे हादसों पर अंकुश लगे।
उरई से मोहाना स्टेट हाईवे की दूरी 22 किलोमीटर है। यह मार्ग 15 वर्ष पूर्व मंजूर हुआ था। लेकिन अभी तक इसको पूरा नहीं बनाया गया है। हालत यह है कि हाईवे के किनारे व डिवाइडर पर बबूल के पेड़ उग आए हैं। इससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। रविवार को बबूल के पेड़ की वजह से बस चालक को बाइक नहीं दिखी थी। इसी के चलते बस ने बाइक में टक्कर मार दी थी। हादसे में मां बेटी की मौके पर ही मौत हो गई थी।
सोमवार को खबर का संज्ञान लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग ने बबूल के पेड़ों को काटने का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कटों के पास संकेतक लगाए जाएंगे। इससे हादसों को रोका जा सके। सोमवार को विभाग द्वारा काम शुरू कर दिया गया। सहायक अभियंता दिनेश भाटिया व जेई पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि जहां कट हैं, वहां दोनों तरफ 50-50 मीटर की दूरी पर संकेतक व सूचना बोर्ड लगाए जाएंगे। इससे वाहन चालकों को जानकारी मिल जाएगी।
पुलिस की मौजूदगी में हुआ शव का अंतिम संस्कार
मुहम्मदाबाद। सड़क हादसे में डकोर थाना क्षेत्र के ऐरी रमपुरा गांव निवासी सुरेंद्र पाल सिंह की पत्नी उमा व बेटी अंशिका की मौत हो गई थी। हादसे से गांव में मातम पसर गया था। सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। (संवाद)