झांसी-पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने जिला प्रशासन से कड़कती ठंड में जिले में असहाय व निर्धन लोगों को ठंड से बचाने के लिये कम्बल वितरित किये जाने की मांग की।
उन्होने जिलाधिकारी के समक्ष मऊरानीपुर के आठ गांवो के किसानों की समस्या को उठाते हुये बताया कि बड़वार झील, भसनेह बाँध में बेतवा लिंक नहर का पानी छोड़े से आसपास के गांव बसारी, महगांव, पुरातनी, बड़वार , बंका पहाड़ी, अतरोली, भसनेह व माधवपुरा की खेती की जमीन पूरी तरह पानी में डूब चुकी है। गांव वासियों की फसल पानी में डूब जाने के कारण, वह भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके है। इन सभी काश्तकारों की भूमि संक्रमणीय भूमिधर है।
किसानों ने बताया कि पहले झील की उँचाई 18 फीट थी, जो बाद में 22 और वर्तमान में 24 फीट कर दी गई है। भविष्य में पानी निकलने की संभावना नही है। जिस कारण कभी भी खेती नही की जा सकती है। किसानों ने जलभराव के कारण नष्ट हुई फसल का मुआवजा दिलाए जाने की मांग की।
तदोपरांत पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने चिरगांव से आये अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विधालयों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियो को बालाजी इंटरप्राईजेज द्वारा समय पर वेतन भुगतान न दिये जाने, मूल वेतन में कटौती किये जाने एवं अवकाश न दिये जाने की समस्या को लेकर अपर जिलाधिकारी वरुण पांडेय को अवगत कराया।
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनीराम कुशवाहा, पी सी सी सदस्य राजेन्द्र सिंह यादव, जितेन्द्र वर्मा, अनिल रिछारिया, जे के जैन, प्रधान श्याम लाल, मिथलेश कुमारी, रामबाबू, काशीराम, देवीदयाल, मेघराज, संतराम, रघुनंदन, रामदयाल, सखाराम, रोहित कुमार, चंद्रकान्त पटेल, पंकज चौधरी, प्रदीप कुशवाहा, आकाश आर्य, सौरभ अहिरवार व सतेन्द्र राजपूत आदि मौजूद रहे।