ककरवई(झांसी)- कस्बा ककरवई में शिवमंदिर कुसमडिया मंदिर पर चल रही श्रीमद् भागवत महाकथा के तीसरे दिन कथा व्यास बृजेश कुमार त्रिपाठी ने ध्रुव चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि भक्ति करने की कोई उम्र नहीं होती है। बालक ध्रुव ने भगवान की ऐसी भक्ति की कि मात्र 5 वर्ष की आयु में ही उन्होंने भगवान की भक्ति कर भगवान को प्राप्त कर लिया। वहीं उन्होंने भक्त प्रहलाद की कथा सुनाते हुए कहा कि भक्त की भगवान हमेशा रक्षा करते हैं। जिस पर भगवान की कृपा होती है उसे कोई नहीं मार सकता।जिस खंभे से प्रहलाद के पिता अपने पुत्र प्रहलाद को मरवाना चाहते थे।भगवान ने उसी खंभे से सेनरसिंह भगवान रूप में प्रकट होकर प्रहलाद के दुष्ट पिता हिरणा कश्यप का वध कर अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की। भागवत महापुराण का मूल पाठ स्वतंत्र गौतम द्वारा किया गया। कथा समापन के बाद परीक्षित क्रांति मानवेंद्र ने भागवत महापुराण की आरती। इस मौके पर श्री प्रकाश द्विवेदी, शिवराम मिश्रा, लक्ष्मण सिंह यादव ,पप्पू बुंदेला, क्षेत्रपाल सिंह बुंदेला, नीलू तिवारी, कृष्णकांत खरे, नरेंद्र गौतम, ओमप्रकाश सक्सेना, जितेंद्र तिवारी, देवकीनंदन प्रजापति, बाबूलाल अहिरवार, सर बड़ी संख्या में भक्तजनमौजूद रहे।

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