बरसात के मौसम में खुले में कैसे बिक्रय होगी थोक सब्जी , नपा की हठधर्मिता हो रही उजागर ।
बरुआसागर (झाँसी)-जहां केंद्र एवं उत्तर प्रदेश की भाजपा नीति सरकारें किसानों एवं फुटकर, छोटे छोटे दुकानदारों को कई सुविधाएं देने के दावे कर रही हैं। वहीं नगर पालिका प्रशासन की हठधर्मिता पूर्ण रवैया की वजह से नगर एवं आसपास के क्षेत्रों से आने वाले किसान सब्जी बेचने के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं और किसान अपने खेतों में उत्पादित सब्जी की फसलों को बेचने के लिए परेशान हो रहे हैं। तो वहीं फुटकर डलिया से बेचने वाली महिलाएं रोजी रोटी कमाने के लिए इधर उधर भटक रही हैं। जिससे नगर पालिका प्रशासन की हठधर्मिता उजागर हो रही हैं।
विगत दिवस नगर पालिका अधिशासी अधिकारी सर्वेश कुमार ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से पुरानी सब्जी मंडी में अस्थायी थोक एवं फुटकर सब्जी विक्रेता को अविवेकपूर्ण निर्णय लेते हुए वहां से हटा तो दिया है। लेकिन उनको सब्जी बेचने के लिए समुचित स्थान मुहैया नहीं कराया गया है। जिससे वह अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए सब्जी बेचने के लिए स्थान की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं।
जिससे उनकी रोजी रोटी का जरिया पूर्ण रूप से ठप हो गया है।
सब्जी विक्रेताओं को हटाने का नगर पालिका प्रशासन के विवेकहीन निर्णय की चहुँओर निंदा हो रही हैं।
वहीँ नगर पालिका अधिशासी अधिकारी सर्वेश कुमार ने बताया कि आज फुटकर सब्जी विक्रेताओं को सब्जी बेचने के लिए टीन शेड का स्थान चिन्हित किया गया है।लेकिन अस्थायी थोक सब्जी विक्रेताओं जिसमें अधिकांशतः कृषक वर्ग शामिल हैं। उनको किले के पास खुला मैदान चिन्हित किया गया है। जबकि बरसात का मौसम होने की वजह से वहां सब्जी बेचने का कारोबार कैसे फलीभूत हो सकता हैं। यह नगर पालिका प्रशासन ही बता सकता है। क्योंकि आज सुबह जैसे ही अस्थायी थोक सब्जी विक्रेता अपना माल बेचने के लिए वहां पहुंचे तो वारिस होने से सब्जी का विक्रय हो नहीं सका। जिससे किसानों का लाई हुई सब्जी बर्बाद हो गई। जिससे किसान नगर पालिका प्रशासन के निर्णय की भत्सर्ना करते हुए अपनी किस्मत को कोसते हुए नजर आ रहे हैं।
नगर के गणमान्य व्यक्तियों का कहना है कि अतिक्रमण के नाम सब्जी विक्रेताओं को हटाने के पूर्व उनको बैठने एवं बेचने के लिए स्थान चिन्हित किया जाना आवश्यक था।