जांच रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने की कार्रवाई, ब्लॉक जखौरा के उच्च प्राथमिक विद्यालय जिजयावन का मामला
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। विद्यालय में साथी शिक्षक के साथ मारपीट और अभद्रता करने के मामले में कराई गई जांच के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सहायक अध्यापिका उच्च प्राथमिक विद्यालय जिजयावन को निलंबित कर दिया। जांच खंड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र को सौंप दी है।
ब्लॉक जखौरा अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय जिजयावन में तैनात शिक्षकों ने अलग-अलग प्रार्थना पत्र बीएसए को दिया था। इंचार्ज प्रधानाध्यापक अभिलाषा चौधरी ने बताया था कि सहायक अध्यापिका शांत साध व उसके बीच विवाद हो गया था। खंड शिक्षा अधिकारी जखौरा ने समझौता करा दिया था। उसने शांति साध के खिलाफ की गई शिकायत को वापस ले लिया था। लेकिन, दूसरे ही दिन शांति साध ने उसके व अन्य स्टाफ के साथ अभद्रता की। अपने पति के नेता होने का हवाला देते हुए पूरे स्टाफ को प्रताड़ित कर रही है। इस कारण विद्यालय का माहौल खराब हो रहा है।
सहायक अध्यापिका जीवन ज्योति ने प्रार्थना पत्र में बताया था कि 20 सितंबर की सुबह शांति साध कक्षाओं के बाहर बरामदे में डंडा लेकर सभी शिक्षकों व अनुदेशकों को मारने की धमकी दे रही थी। गाली-गलौज कर रही थी। अनुदेशक नेहा को कक्षा 8 की क्लास से हाथ पकड़कर स्टॉफ रूप में ले जाकर दरवाजा बंद कर रही थी। इंचार्ज प्रधानाध्यापक अनुराधा चौधरी ने दरवाजा बंद करने से रोका तो शांति साध ने अभिलाषा चौधरी से मारपीट की थी। साथ ही अनुदेशक नेहा से भी मारपीट की। यह भी आरोप लगाए कि वह अध्यापक उपस्थिति रजिस्टर से छेड़छाड़ व रजिस्टर के फोटो को खींचकर अन्य लोगों को भेजती है। अनुदेशक अयोध्या प्रसाद, नेहा, सुजाता रजक ने भी सहायक अध्यापिका शांति साध पर आरोप लगाए थे।
बीएसए ने जांच कराई। आरोप सही पाए गए। बीएसए रणवीर सिंह ने शांति साध को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। उन्हें ब्लॉक संशाधन केंद्र जखौरा से संबद्ध कर दिया।
उच्च प्राथमिक विद्यालय जिजयावन में तैनात सहायक अध्यापिका के खिलाफ साथी स्टाफ ने मारपीट व अभद्रता सहित अन्य आरोप लगाए थे। जांच कराई गई तो आरोप सही पाए गए। सहायक अध्यापिका को निलंबित कर दिया है। जांच एबीएसए नगर क्षेत्र को सौंपी गई है।
रणवीर सिंह, बीएसए