
घटना के बाद मौके की जांच करती पुलिस।
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पड़ोहिया गांव में बृहस्पतिवार की दोपहर तालाब किनारे खेलते समय पैर फिसलने से एक बालिका डूब गई। साथ मौजूद उसकी अन्य दो सहेलियां भी उसे बचाने के चक्कर में तालाब में गिर गईं। वहां से गुजर रहे राहगीर ने तीसरी बालिका को तालाब में डूबते देखा तो उसे कूदकर सुरक्षित बाहर निकाल लिया तब उसने अपनी अन्य दो सहेलियों के डूबने की जानकारी दी।
मामले की जानकारी पर आननफानन में गांव के अन्य ग्रामीणों ने तालाब में कूदकर एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव को बरामद कर लिया। हादसे के बाद तालाब किनारे मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंचे नायब तहसीलदार और पुलिस ने लिखापढ़ी कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया।
रामगांव थाना क्षेत्र के पड़ोहिया गांव में तीन बालिकाए जगन्नाथ की पुत्री रोशनी (8), गुड्डू की चार लक्ष्मी (4) और जियालाल की पुत्री शांती (5) तालाब किनारे खेल रही थी जिसमें से तालाब में डूबकर रोशनी और लक्ष्मी की मौत हो गई। वहीं, शांती को सुरक्षित तालाब से निकाल लिया गया। मृतका लक्ष्मी के पिता गुड्डू ने बताया कि तीनों सहेलियां थी और तालाब किनारे खेलते समय पैर फिसलने से एक बालिका डूब गई जिसे बचाने के चक्कर में तीनों डूब गई थी।
लक्ष्मी के तीन भाई रामकेवल, प्रांशु, भरतलाल और एक बहन मोहिनी है। वह खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। मौत से मां सुनीता का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं, मृतका रोशनी के पिता ने बताया कि वह पांच बहनें रोली, नन्दिनी, संजू और नीतू थी। वह दूसरे का ट्रैक्टर चलाकर परिवार का भरण पोषण करते है। मौत से मां संगीता रो रोकर बेसुध हो रही है।
सूचना पाकर फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। रामगांव थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा का कहना है कि बालिकाएं खेलते समय तालाब में डूब गई थीं जिसमें से दो की डूबकर मौत हो गई।